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US Presidential Election 2024: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का जानिए पूरा प्रॉसेस, क्या है इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम, कैसे चुनते हैं राष्ट्रपति ?

US Presidential Election 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया भारत से एकदम अलग है और यहां इलेक्टोरल कॉलेज में हर एक राज्य से प्रतिनिधियों का एक समूह होता है, जो अपनी पार्टी के आधार पर राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं।

नई दिल्लीNov 06, 2024 / 11:30 am

M I Zahir

Kamala Harris and-Donald-Trump

US Presidential Election 2024: दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों में एक अमेरिका में 5 नवंबर 2024 को 47वें राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव ( US Presidential Election) हैं। इस बार डेमोक्रेट्स पार्टी की तरफ से उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और रिपब्लिकन की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला है। दोनों ने चुनाव में जीत का दावा मजबूत करने के लिए खूब चुनाव प्रचार-किया है। हालांकि, अब ये चुनाव परिणाम ही बताएगा कि किसने बाजी मारी है। अमेरिका का चुनाव (2024 Election) कई मायनों में जरूरी है, क्योंकि इसे आने वाले वैश्विक बदलाव का कारक माना जाता है। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए इलेक्टोरल कॉलेज ( Electoral College ) में हर राज्य से एक प्रतिनिधियों का समूह होता है, जो अपनी पार्टी के आधार पर राष्ट्रपति का चुनाव करते हैं। इसका मतलब अमेरिका के हर राज्य में रहने वाले लोग 5 नवंबर को अपने स्थानीय उम्मीदवार के लिए वोट कर रहे हैं और उनकी जीत देश में होने वाले अगले राष्ट्रपति के चुनाव के लिए जरूरी है। सीधे तौर पर कहें कि राज्य से जीत हासिल करने वाला उम्मीदवार ही राष्ट्रपति के चुनाव में आखिरी फैसला लेने का हकदार है। इन चुनावों में इलेक्टोरल वोटस ( Electoral Votes) का बड़ा महत्व है।

इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम का इस्तेमाल

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम का इस्तेमाल होता है, जो प्रत्येक राज्य को एक निश्चित संख्या में इलेक्टोरल वोट देता हैगे। इलेक्टोरल कॉलेज के वोटों की कुल संख्या 538 है। देश के हर एक राज्य को अमेरिकी सीनेट में दो सीटें मिलती हैं, इसलिए प्रत्येक राज्य को दो इलेक्टोरल वोट मिलते हैं। वहीं प्रत्येक राज्य को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में उसकी जनसंख्या के अनुसार प्रतिनिधि मिलते हैं। इसका मतलब यह है कि जनसंख्या अधिक होने पर राज्य को अधिक प्रतिनिधि और इलेक्टोरल वोट मिलते हैंगे।

चुनाव का फॉर्मूला इस प्रकार है

प्रत्येक राज्य के इलेक्टोरल वोट = 2 (सीनेट प्रतिनिधित्व) + राज्य के प्रतिनिधि सभा में प्रतिनिधियों की संख्या। इस तरह 50 राज्यों और वॉशिंगटन डी.सी. (जिसे 3 इलेक्टोरल वोट मिलते हैं) उन्हें मिला कर कुल 538 इलेक्टोरल वोट होते हैं। देश में राष्ट्रपति बनने के लिए किसी उम्मीदवार को 538 इलेक्टोरल वोटों में से कम से कम 270 वोटों की आवश्यकता होती है, जो पूर्ण बहुमत मानी जाती है। यह सिस्टम सुनिश्चित करता है कि राष्ट्रपति पद का चुनाव राज्यों के एक संतुलित प्रतिनिधित्व के आधार पर हो न कि केवल जनसंख्या पर हो। इस तरह, छोटे राज्यों को भी उचित प्रतिनिधित्व मिलता है।

चुनाव की तिथि और प्रमुख उम्मीदवार


अमेरिका में 2024 का राष्ट्रपति चुनाव 5 नवंबर को है। इस बार चुनावी मुकाबला डेमोक्रेट्स पार्टी की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Donald Trump) और रिपब्लिकन पार्टी के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump) के बीच है। दोनों नेता चुनाव में अपनी जीत का दावा करते हुए व्यापक प्रचार कर चुके हैं। चुनाव के नतीजे से यह तय होगा कि अगले 4 साल तक व्हाइट हाउस में कौन होगा।

आखिर इलेक्टोरल कॉलेज सिस्टम क्या है ?

अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में इलेक्टोरल कॉलेज का सिस्टम लागू होता है। इसका मतलब है कि राष्ट्रपति का चुनाव सीधे तौर पर जनता द्वारा नहीं, बल्कि राज्य के प्रतिनिधियों (इलेक्टोरल वोट) द्वारा किया जाता है। हर राज्य को एक निश्चित संख्या में इलेक्टोरल वोट मिलते हैं। इन इलेक्टोरल वोटों की कुल संख्या 538 है। राज्यों की संख्या 50 है, और इसके साथ वॉशिंगटन डी.सी. को भी इलेक्टोरल वोट मिलते हैं ( जो 3 हैं )।

इलेक्टोरल वोटों का निर्धारण :

हर राज्य को 2 इलेक्टोरल वोट मिलते हैं, जो उस राज्य के 2 सीनेट प्रतिनिधियों के लिए होते हैं। फिर हर राज्य को अपने राज्य सभा (House of Representatives) में प्रतिनिधियों की संख्या के अनुसार और इलेक्टोरल वोट मिलते हैं। यह संख्या उस राज्य की जनसंख्या पर निर्भर करती है। अगर किसी राज्य की जनसंख्या अधिक है, तो उसे अधिक इलेक्टोरल वोट मिलते हैं। यदि किसी राज्य की जनसंख्या कम है, तो उसे कम इलेक्टोरल वोट मिलते हैं, लेकिन हर राज्य को कम से कम 3 इलेक्टोरल वोट मिलते हैं ( 2 सीनेट और 1 प्रतिनिधि के लिए)।

अमेरिका में चुनाव के लिए फॉर्मूला

इसे ऐसे समझें कि अमेरिका के 50 राज्यों और वॉशिंगटन डी.सी. ( जिसे 3 इलेक्टोरल वोट मिलते हैं ) को जोड़ कर कुल 538 इलेक्टोरल वोट होते हैं। किसी उम्मीदवार को राष्ट्रपति बनने के लिए कम से कम 270 इलेक्टोरल वोट प्राप्त करने होते हैं। यह पूर्ण बहुमत होता है। इस प्रणाली का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि राष्ट्रपति का चुनाव केवल जनसंख्या के आधार पर न हो, बल्कि सभी राज्यों का संतुलित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो। इस तरह छोटे राज्यों को भी उचित प्रतिनिधित्व मिलता है, जो जनसंख्या के हिसाब से बड़ा राज्य नहीं है।

चुनाव की प्रक्रिया का सारांश

राज्यों के इलेक्टोरल वोट: हर राज्य को उसकी जनसंख्या के आधार पर इलेक्टोरल वोट मिलते हैं।
निर्वाचन प्रक्रिया: 5 नवंबर को लोग अपने राज्य के चुनाव में मतदान करते हैं।
इलेक्टोरल कॉलेज: वोटों का परिणाम राज्यों के इलेक्टोरल कॉलेज के प्रतिनिधियों द्वारा तय किया जाता है।

आखिरी फैसला: किसी उम्मीदवार को 270 या उससे अधिक इलेक्टोरल वोट मिलते हैं, तो वह राष्ट्रपति चुने जाते हैं।
बहरहाल अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक चुनाव है, जहां न केवल जनसंख्या, बल्कि प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखा जाता है। 2024 का चुनाव अमेरिकी राजनीति के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, क्योंकि इसके परिणाम वैश्विक नीति और बदलावों में असर डाल सकते हैं।

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