मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कोवैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वाले लोग 8 नवंबर से अमरीका जा सकते हैं। WHO ने गत बुधवार को भारत बायोटेक के कोविड रोधी टीके कोवैक्सीन के इमरजेंसी उपयोग सूची यानी EUL के लिए मंजूरी दे दी।
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भारत बायोटेक ने स्वदेश में विकसित टीके तक वैश्विक पहुंच को व्यापक बनाने की दिशा में अहम कदम बताया। इससे पहले WHO के तकनीकी परामर्शदाता समूह ने इसकी सिफारिश की थी। उसने 26 अक्टूबर को टीके को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध करने के लिहाज से अंतिम जोखिम-लाभ मूल्यांकन करने के लिए कंपनी से अतिरिक्त स्पष्टीकरण मांगे थे।
इस बीच भारत बायोटेक ने कहा कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने कोवैक्सीन की उपयोग अवधि को निर्माण की तारीख से 12 महीने तक बढ़ाने को मंजूरी दे दी है। WHO ने ट्वीट किया, WHO ने कोवैक्सीन टीके को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किया है। इस तरह कोविड-19 की रोकथाम के लिए WHO द्वारा मान्यता प्राप्त टीकों की संख्या में इजाफा हुआ है।
WHO ने कहा कि उसके द्वारा बनाया गया टीएजी, जिसमें दुनियाभर के नियामक विशेषज्ञ हैं, पूरी तरह से आश्वस्त है कि कोवैक्सीन कोविड-19 के खिलाफ रक्षा करने संबंधी उसके मानकों पर खरी उतरती है और इस टीके के लाभ इसके जोखिमों से कहीं अधिक हैं, अत: इसका उपयोग किया जा सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि एजेंसी के स्ट्रेटेजिक एडवाइजरी ग्रुप ऑफ एक्सपर्ट्स ऑन इम्युनाइजेशन ने भी कोवैक्सीन की समीक्षा की और दो खुराक में इस टीके के इस्तेमाल की अनुशंसा की है। इसे 18 वर्ष और अधिक आयु के सभी लोगों को चार हफ्ते के अंतराल पर दिया जा सकता है।
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हालांकि, WHO की ओर से एक ट्वीट में कहा गया, कोवैक्सीन से गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण के जो आंकड़े उपलब्ध हैं, वे गर्भावस्था में टीके के प्रभावी या सुरक्षित होने के लिहाज से अपर्याप्त हैं। गर्भवती महिलाओं में टीके के अध्ययन की योजना है। WHO दक्षिण पूर्व एशिया की क्षेत्रीय निदेशक डॉ पूनम खेत्रपाल सिंह ने ट्वीट किया, भारत को उसके कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को आपात उपयोग के लिए सूचीबद्ध किये जाने के लिए बधाई।