BLA पर पुलिस का शक
पुलिस अधिकारी हमायूं खान नासिर ने बताया कि बंदूकधारियों ने गुरुवार देर रात डुकी जिले में कोयला खदान में स्थित घरों पर हमला बोल दिया। उन्होंने घरों को घेर लिया और गोलीबारी शुरू कर दी। जो लोग मारे गए हैं, उनमें से ज़्यादातर बलूचिस्तान के पश्तून-भाषी इलाकों से थे। मरने वालों में 3 और घायलों में से 4 अफ़गान थे। हालांकि इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी अभी तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है। वहीं पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस घटना का शक बलूच लिबरेशन आर्मी पर है। ये संगठन अक्सर नागरिकों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाता है।
3 महीनों से पाकिस्तान में मचाया हुआ है आतंक
BLA ने बीते 3 महीनों से पूरे पाकिस्तान में आतंक मचाया हुआ है। अकेले अगस्त में ही 50 से ज्यादा नागरिकों की हत्या इस आतंकी संगठन ने कर दी है। वहीं सुरक्षा बलों ने 21 आतंकियों का मार गिराया है। मारे गए लोगों में 23 यात्री थे, जिनमें से ज़्यादातर पूर्वी पंजाब प्रांत के थे। आतंकियों ने इन लोगों को बलूचिस्तान में बसों, वाहनों और ट्रकों से उतारकर गोली मार दी थी।
हत्या का लिया जाएगा बदला- CM
इस आतंकी हमले की बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने कड़ी निंदा की है और कहा है कि “आतंकवादियों ने एक बार फिर गरीब मजदूरों को निशाना बनाया है। हमलावर क्रूर थे और उनका मकसद पाकिस्तान को अस्थिर करना था। इन निर्दोष मजदूरों की हत्या का बदला लिया जाएगा।”
सोमवार को चीन के नागरिकों की कर दी हत्या
बता दें कि बलूचिस्तान में कई अलगाववादी समूह हैं जो आज़ादी चाहते हैं। वे पाकिस्तान की सरकार पर स्थानीय लोगों की कीमत पर तेल और खनिज-समृद्ध बलूचिस्तान का अनुचित तरीके से शोषण करने का आरोप लगाते हैं। बीते सोमवार को ही BLA ने बयान जारी कर कराची एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। जिसमें 2 चीनी नागरिकों समेत 3 विदेशियों की मौत हो गई थी, इस पर चीन ने भी पाकिस्तान को फटकार लगाई थी।
8 देशों के प्रतिनिधियों की सुरक्षा पर सवाल
इस विस्फोट ने देश में उच्च-स्तरीय कार्यक्रमों या विदेशियों की सुरक्षा करने में पाकिस्तानी सेना की क्षमता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अब 15 अक्टूबर को SCO समिट इस्लामाबाद में होने जा रही है। जिसमें चीन, रूस, भारत भी शामिल हैं, और इनके प्रतिनिधि पाकिस्तान आ रहे हैं। ऐसे में इनकी सुरक्षा पर भी सवालिया निशान पैदा हो रहे हैं।