दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंध भी मजबूत हो रहे
अब चर्चा यह है कि मोदी की यात्रा से भारत और चीन में दोस्ती तो हुई है, लेकिन क्या यह जिनपिंग की मजबूरी है या हकीकत में उनका हृदय परिवर्तन हुआ है। ब्रिक्स के मंच पर भारत और चीन जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसे वैश्विक मुद्दों पर एकजुट होकर काम करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंध भी मजबूत हो रहे हैं, जिससे एक-दूसरे की संस्कृति और परंपराओं को जानने का अवसर मिलता है।भारत और चीन के रिश्ते : दोस्ताना संबंधों की शुरुआत
भारत और चीन के बीच दोस्ताना संबंधों की शुरुआत 1 अप्रैल, 1950 को हुई थी, जब दोनों देशों ने राजनयिक संबंध स्थापित किए थे। भारत, चीन के जनवादी गणराज्य के साथ संबंध स्थापित करने वाला पहला गैर-साम्यवादी देश था। भारत और चीन ने साल 1954 में शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के पांच सिद्धांतों यानी पंचशील पर सहमति जताई थी। भारत और चीन के बीच व्यापार और विश्वास बहाली को मज़बूत करने में पंचशील समझौते का अहम योगदान रहा था।भारत और चीन के बीच सालाना संयुक्त युद्धाभ्यास
भारत और चीन के बीच सैन्य संबंधों को मज़बूत करने के लिए, दोनों देश सालाना संयुक्त युद्धाभ्यास करते हैं। हालांकि भारत और चीन के बीच सीमा विवादों को लेकर कई चुनौतियां हैं, लेकिन सीमा पर नदियां, झीलें, और बर्फ़ की चोटियां होने की वजह से रेखा बदल सकती है, जिससे टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है। भारत और चीन के बीच सीमा विवादों को सुलझाने के लिए, दोनों देशों के बीच कूटनीतिक और सैन्य वार्ताएं जारी रहती हैं। भारत और चीन के बीच संबंधों को सुधारने के लिए, दोनों देश आर्थिक, सांस्कृतिक, और व्यापारिक संबंधों को मज़बूत करने की कोशिश कर रहे हैं।