2023 रहा पहले से ज़्यादा गर्म
2023 में बढ़ी गर्मी ने वैज्ञानिकों को भी चौंका दिया। 1850 से ग्लोबल टेम्परेचर के रिकॉर्ड्स रखना शुरू किया गया था। उसके बाद से अब तक के सभी सालों पर गौर किया जाए, तो 2023 सबसे गर्म साल रहा। जी हाँ, कई देशों में इस बार गर्मी उतनी नहीं पड़ी जितनी हर बार पड़ती है। बारिश भी हर बार से ज़्यादा हुई। पर ऐसे कई देश भी हैं जहाँ गर्मी ने इस साल कहर बरपाया और पिछले सभी रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। बढ़ती गर्मी की वजह से इस साल कई देशों में कई लोगों की मौत हो गई। गर्मी का असर इतना ज़्यादा है कि कई जगहों पर खतरनाक वाइल्डफायर भी देखी जा रही है। इन सभी चीज़ों से वैज्ञानिक काफी चिंतित हैं।
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2024 के लिए चेताया वैज्ञानिक ग्लोबल वॉर्मिंग के इस असर का अध्ययन बड़ी ही गंभीरता से कर रहे हैं। साथ ही इसके संभव परिणामों पर भी हर एंगल से गौर कर रहे हैं और उनकी गंभीरता को भी नज़रअंदाज़ नहीं कर रहे हैं। ग्लोबल वॉर्मिंग आज के इस समय की बड़ी ही गंभीर समस्या है और पिछले कुछ सालों में यह तेज़ी से बढ़ी है। बढ़ती ग्लोबल वॉर्मिंग का ही असर है कि 2023 में दुनिया के कई हिस्सों में पिछले सभी सालों की तुलना में अब तक सबसे ज़्यादा गर्मी दर्ज की गई। इसी बात को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों में लोगों को चेताया भी है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि 2023 में जहाँ लोगों को गर्मी की वजह से काफी परेशान होना पड़ रहा है, 2024 में इससे भी ज़्यादा परेशानी हो सकती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि अगला साल यानी कि 2024 इस साल यानी कि 2023 से भी गर्म हो सकता है।
ग्लोबल वॉर्मिंग पर कंट्रोल है ज़रूरी
वैज्ञानिकों का मानना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग को हल्के में नहीं लिया जा सकता। इस पर कंट्रोल करके इसे कम करने की ज़रूरत है। और अगर ग्लोबल वॉर्मिंग पर कंट्रोल नहीं किया गया और इसे कम नहीं किया गया, तो आने वाले समय में स्थिति और भी खराब हो सकती है।