हो सकती है ग्रिपेन लड़ाकू विमानों की आपूर्ति
यूक्रेन को स्वीडन के ग्रिपेन लड़ाकू विमानों की आपूर्ति हो सकती है। स्वीडिश रक्षा मंत्रालय के पॉल जॉनसन ने एक साक्षात्कार में कहा कि वह यूक्रेन के साथ इसकी संभावना पर बातचीत जारी रखे हुए है।
शर्तों का आकलन करने का निर्देश दिया था
ध्यान रहे कि स्वीडिश सरकार ने पिछली बार पुष्टि की थी कि JAS 39 ग्रिपेन की संभावित आपूर्ति के लिए शर्तों में से एक कीव के लड़ाके नाटो में स्कैंडिनेवियाई देश की सदस्यता है। सशस्त्र बलों को इन विमानों को यूक्रेन में स्थानांतरित करने के लिए शर्तों का आकलन करने का निर्देश दिया गया था।
कीव की मदद करने की पहल के बदले
इधर स्वीडन मार्च 2024 में आधिकारिक तौर पर नाटो का 32वां सदस्य बन गया। चर्चाएं जारी हैं और वे जॉनसन ने कहा क यह बातचीत कीव की मदद करने की पहल के बदले में हो रही है। अब जरूरत है कि अमरीका निर्मित F-16 लड़ाकू विमानों का अधिग्रहण करें।
यूरोप यूक्रेन के लिए अपना समर्थन मजबूत करे
जॉनसन के अनुसार, यूरोप को यूक्रेन के लिए अपना समर्थन मजबूत करना चाहिए और आंतरिक राजनीतिक विवादों के कारण अमरीकी सहायता में कटौती के परिणामस्वरूप हुई गोला-बारूद की भारी कमी के लिए उसे मुआवजा देना चाहिए।
30 मिलियन यूरो का वादा था
कीव इंडिपेंडेंट लिखते हैं कि स्वीडन (Sweden News in Hindi) ने पहले इस पहल के लिए 30 मिलियन यूरो आवंटित करने का वादा किया था। स्वीडिश मंत्री ने दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग पर भी प्रकाश डाला। कीव पहले से ही युद्ध अभियानों में स्वीडिश निर्मित CV90 बख्तरबंद वाहनों का उपयोग कर रहा है।