4 महीनों में 56 मौतें डकैती से
पाकिस्तान के स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक कराची (Karachi) में डकैती को लेकर हुई मौतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। इस साल कुल मिलाकर 56 की मौत हुई है तो 200 से ज्यादा घायल हुए हैं। वहीं बीते साल इसी समय के दौरान डकैतियों (Robbery in Pakistan) तो लेकर 25 मौतें हुईं थीं और 110 घायल हुए थे। 2023 में, आंकड़े चिंताजनक रूप से ज्यादा थे। तब 108 मौतें और 469 घायल हुए थे।
55 डकैतों का एनकाउंटर
कराची पुलिस (Karachi) का कहना है कि इस साल उन्होंने कई डकैत पकड़े हैं। उनके साथ करीब 425 मुठभेड़ें हुई हैं। इसमें 55 डकैतों का एनकाउंटर हुआ। और 439 घायल हो गए। इस साल उन्होंने 373 कार, 15,968 मोटरसाइकिल और 6,102 मोबाइल फोन चोरी होने या छीने जाने की सूचना मिली। रिपोर्ट के मुताबिक कराची में 25 जबरन वसूली की घटनाओं और फिरौती के लिए अपहरण के पांच मामले भी दर्ज हुए हैं।
कराची में जमे 4 लाख भिखारी इन डकैती के जिम्मेदार
कराची के पुलिस प्रमुख, अतिरिक्त महानिरीक्षक इमरान याकूब ने इन घटनाओं के लिए बाहरी लोगों को जिम्मेदार ठहराया। इनमें आंतरिक सिंध और बलूचिस्तान के लोग भी शामिल थे। याकूब ने कहा कि लगभग 4,00,000 ‘पेशेवर’ भिखारी और आपराधिक तत्व रमज़ान और ईद-उल-फितर के दौरान कराची (Beggars In Pakistan) में आते हैं। ऐसे में अब यहां हर दिन करीब 166 मामले क्राइम के आते हैं।
अब सवाल उठ रहे हैं कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ (Shahbaz Sharif) की पार्टी PML-N की सरकारें आधे से ज्यादा पाकिस्तान के राज्यों में है लेकिन वहां की जनता को इन भयानक डकैतियों का सामना करना पड़ रहा है। रमजान के पवित्र महीने में वहां इतनी बड़ी संख्या में अपराध हो रहे हैं, बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं, एक पूरे शहर पर 4 लाख भिखारियों ने कब्जा कर रखा हुआ है लेकिन प्रशासन और सरकार के कान में जूं तक नहीं रेंगती। उन्हें ये घटनाएं मामूली दिखाई देती हैं।