छत ढलान वाली थी इसलिए तैनात किए स्नाइपर्स
वर्तमान और पूर्व राष्ट्रपतियों को चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करने वाली एजेंसी की मुखिया किम्बर्ली चीटल ने कहा है कि पेंसिल्वेनिया के बटलर में ट्रम्प की रैली के दौरान सुरक्षा एजेंट्स स्नाइपर की उस छत पर तैनाती जोखिम भरी थी। चीटल के अनुसार, छत ढलान भरी थी इसलिए सिक्योरिटी एजेंट्स को तैनात नहीं किया गया। इसके बजाए, उस बिल्डिंग को अंदर से सुरक्षित बनाने का निर्णय लिया गया।
क्रुक्स को नहीं देख पाए सुरक्षा एजेंट
लेकिन अब जब सुरक्षा में चूक के कारण क्रुक्स को पुलिस और सीक्रेट सर्विस एजेंट दोनों से बचने का मौका मिल गया, तो चीटल सवालों के घेरे में हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने क्रुक्स को अपनी एआर-स्टाइल राइफल के साथ छत पर चढ़ते देखा था, लेकिन सुरक्षा अधिकारी हमलावर को रोकने के लिए समय पर कार्रवाई करने में विफल रहे।
वोटर्स भी मानते हैं हमले को साजिश
अमरीकी बिजनेस इंटेलिजेंस कंपनी मॉर्निंग कंसल्ट द्वारा हाल ही में किए गए एक सर्वेक्षण से पता चला है कि बड़ी संख्या में मतदाता ट्रंप की हत्या के प्रयास के पीछे साजिश की थ्योरी पर भरोसा करते हैं। सर्वेक्षण में पाया गया कि जो बाइडेन के एक तिहाई समर्थक हमले को योजनाबद्ध मानते हैं, जिसका उद्देश्य पूर्व राष्ट्रपति को मारना नहीं था। वहीं दूसरी ओर, न्यूज़वीक की रिपोर्ट के अनुसार, आश्चर्यजनक रूप से, ट्रम्प के लगभग 12 प्रतिशत समर्थकों को भी संदेह है कि यह घटना योजनाबद्ध थी। सर्वेक्षण में इस बात पर भी गौर किया गया कि मतदाता इस तरह की गोलीबारी के माहौल लिए किसे या किस चीज को दोषी मानते हैं। 38 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने इसके लिए खुद ट्रम्प को खुद को जिम्मेदार ठहराया। उनका मानना है कि ट्रंप ने राजनीति में हिंसा को बढ़ाने में योगदान दिया। दूसरी ओर, 29 प्रतिशत ने राजनीतिक विमर्श के हिंसक होने के लिए बाइडन को दोषी ठहराया, जबकि 31 प्रतिशत ने रिपब्लिकन पार्टी को दोषी ठहराया, और 25 प्रतिशत ने डेमोक्रेट को दोषी ठहराया।