दरअसल, बीते दिनों बंदूकों के दुरुपयोग की की घटनाएं सामने आई हैं, इसमें मासूसों ने जान गंवाई है। बंदूकधारी खुलेआम आम लोगों को निशाना बनाते थे, ऐसी घटनाएं बढ़ने से हर कोई चिंता में था। अमेरिका में बढ़ रहे शूट आउट की घटनाओं के बाद इस कानून को लाया गया है। अमेरिका का गन कल्चर उतना ही पुराना है जितना कि अमेरिका का संविधान। 1791 में अमेरिका के दूसरे संविधान संशोधन में सभी नागरिकों को बंदूक रखने का अधिकार दे दिया गया था। इसका असर यह हुआ कि अमेरिका में बड़े पैमाने पर लोगों को पास बंदूके हैं।
वहीं बीते दिनों अमेरिका में मास शुटिंग के कई मामले सामने आए। बीते 10 जून को स्मिथसबर्ग के मैरीलैंड शहर में एक मैनुफैक्चरिंग प्लांट में सामूहिक गोलीबारी की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी। इसके पहले 24 मई को टेक्सास के एलिमेंट्री स्कूल में 18 साल के एक युवक ने अंधाधुंध गोलीबारी कर दी थी जिसमें 18 बच्चों समेत 21 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 14 मई को बफेलो शहर के एक सुपरमार्केट में हुई फायरिंग में 10 लोगों की मौत हो गई थी।
अमेरिका में बढ़ रहे शूट आउट की घटनाओं के बाद इस कानून को लाया गया है। अमेरिका में इस कानून की लंबी समय से मांग की जा रही थी। अब कानून बनने के बाद केवल आत्मरक्षा के लिए बंदूक रखने का अधिकार होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के अनुसार, “हालांकि यह बिल वह सब कुछ नहीं करता जो मैं चाहता हूं, लेकिन इसमें उन कार्यों को शामिल किया गया है जिनके लिए मैंने लंबे समय से आह्वान किया है जो कि जिंदगी बचाने के लिए जरूरी है।”