पीएम मोदी के पुतिन से संबंध के चलते टला खतरा
हाल ही में सामने आई एक अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार पुतिन 2022 के अंत तक यूक्रेन पर परमाणु हमले के तैयारी में थे। पुतिन ने इसकी तैयारी भी कर ली थी और अमेरिका की सरकार भी इससे काफी चिंतित थी। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe BIden) के प्रशासन ने भारतीय सरकार से संपर्क करते हुए उनसे गुज़ारिश की कि परमाणु हमले के खतरे को टालने के लिए पीएम मोदी प्रयास करें। पीएम मोदी ने न सिर्फ पुतिन से इस बारे में बात की, बल्कि सार्वजनिक रूप से समय-समय पर इस बात पर भी जोर दिया कि रूस-यूक्रेन के के बीच विवाद का हल युद्ध नहीं, बल्कि शांति है और दोनों को इस मामले को शांति से सुलझाना चाहिए। पीएम मोदी ने पुतिन से यह भी कहा था कि यह दौर युद्ध का नहीं है। पीएम मोदी के पुतिन से संबंध की परमाणु हमले के खतरे को टालने में अहम भूमिका रही।
दूसरे देशों ने भी की मदद
अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार बाइडन प्रशासन ने भारत के साथ ही ऐसे अन्य देशों भी संपर्क किया जिनके रूस से सही संबंध थे। भारत के साथ ही उन देशों की तरफ से भी शांति से विवाद को सुलझाने पर जोर दिया गया। इससे रूस के यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा टालने में मदद मिली।