वसुधैव कुटुंबकम के लिए योग
पीएम मोदी के नेतृत्व में आयोजित इस ऐतिहासिक योग सत्र का मुख्य संदेश रहा ‘वसुधैव कुटुंबकम’, यानी कि पूरी दुनिया एक परिवार। ऐसे में पूरी दुनिया को एक परिवार मानते हुए इस योग सत्र का आयोजन किया गया और यही संदेश सभी को दिया गया।
महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि के साथ हुई शुरुआत
पीएम मोदी ने यूएन हेडक्वार्टर्स में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा को फूल अर्पित करते हुए इस ऐतिहासिक योग सत्र की शुरुआत की।
दुनिया को किया संबोधित
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में योगाभ्यास से पहले पूरी दुनिया को संबोधित भी किया।
योग का अर्थ है जोड़ना
पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करत्ते हुए कहा, “हम यहां पूरी मानवता के मिलन स्थल पर एकत्रित हुए हैं। मैं आप सभी को देखकर बहुत खुश हूं और आप सभी का यहाँ आने के लिए धन्यवाद करता हूं। मुझे बताया गया है कि आज इस अवसर पर यहाँ लगभग हर राष्ट्रीयता का प्रतिनिधित्व किया जा रहा है। योग का अर्थ है जोड़ना, इसलिए हम सब आज आप एक साथ यहाँ पर मौजूद हैं। यह योग के दूसरे रूप की अभिव्यक्ति है।”
भारत से हुई योग की उत्पत्ति
पीएम मोदी ने आगे कहा, “योग की उत्पत्ति भारत से हुई है और यह बहुत पुरानी परंपरा है। योग कॉपीराइट, पेटेंट और रॉयल्टी भुगतान से पूरी तरह से मुक्त है। योग आपकी आयु, जेंडर और फिटनेस स्तर के अनुकूल है। योग पोर्टेबल है और सही मायनों में सार्वभौमिक है।”
योग के लिए पूरी दुनिया आई साथ
पीएम मोदी ने आगे कहा, “पिछले साल 2023 को इंटरनेशनल ईयर फॉर मिलेट्स के रूप में मनाने के भारत के प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए पूरी दुनिया एक साथ आई थी। आज योग के लिए पूरी दुनिया एक बार फिर साथ आई है और यह अवसर अद्भुत है।”
एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य
पीएम मोदी ने आगे कहा, “आइए हम सभी योग की शक्ति का इस्तेमाल न सिर्फ स्वस्थ, सुखी रहने के लिए करें, बल्कि अपने और एक-दूसरे के प्रति दयालु होने के लिए भी करें। आइए हम योग की शक्ति का इस्तेमाल दोस्ती, एक शांतिपूर्ण दुनिया और एक स्वच्छ, हरित और टिकाऊ भविष्य के लिए करें। आइए हम एक साथ मिलकर एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य के लक्ष्य को साकार करें।”
योग है जीवन का एक तरीका
पीएम मोदी ने आगे कहा, “योग जीवन का एक तरीका है। योग स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है। योग विचारों और कार्यों में सावधानी बरतने का एक तरीका है। योग स्वयं के साथ, दूसरों के साथ और प्रकृति के साथ सद्भाव में जीने का एक तरीका है।”
दुनियाभर के लोगों ने लिया पीएम मोदी के नेतृत्व में आयोजित योग सत्र में हिस्सा
पीएम मोदी के संबोधन के बाद योगाभ्यास का कार्यक्रम शुरू हुआ और पूरी दुनिया से लोगों ने वर्चुअल रूप से इसमें हिस्सा लिया। इस पूरे कार्यक्रम को नीचे दिए गए यूट्यूब लिंक पर देखा जा सकता है।