क्यों लिया ये फैसला
दरअसल मोरक्को ने ये फैसला 2030 में आयोजित होने वाले FIFA World Cup के लिए लिय़ा है। स्पेन और पुर्तगाल के साथ फीफा विश्व कप की सह-मेजबानी कर रहे मोरक्को ने तर्क दिया है कि आवारा कुत्ते गंदगी फैलाते हैं इसलिए सफाई अभियान के तहत इनकी हत्या की जाएगी।बेहद अमानवीय तरीके की पूरी दुनिया में आलोचना
डेली मेल की एक रिपोर्ट के मुताबिक मोरक्को के अधिकारी बढ़ती आवारा कुत्तों (Stray Dogs) की आबादी को कंट्रोल करने के लिए अमानवीय तरीकों का सहारा ले रहे हैं। इनमें कुत्तों को जहर दिया जाएगा, सार्वजनिक स्थानों पर उन्हें गोली मारी जाएगी और कथित तौर पर जिंदा बचे कुत्तों को फावड़े से पीट-पीट कर मार जाएगा। इतने विभत्स और क्रूर तरीकों की दुनिया भर के पशु अधिकार समूहों ने तीखी आलोचना की है, उन्होंने मोरक्को सरकार पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।FIFA से दखल देने की उठाई की मांग
अंतर्राष्ट्रीय पशु कल्याण और संरक्षण गठबंधन ने इस हत्या के अभियान पर चिंता जताई है। दुनिया के प्रसिद्ध प्राइमेटोलॉजिस्ट और पशु अधिकार एडवोकेट जेन गुडॉल ने इन तरीकों की निंदा की है, और FIFA (International Federation of Association Football) से इस मामले में दखल देने की मांग की है। उन्होंने इसके लिए FIFA को एक लेटर लिखा है। जिसमें कहा गया है कि अगर ये हत्याएं होती हैं तो मोरक्को की मेजबानी के कर्तव्यों को निलंबित कर दिया जाना चाहिए।