ईरान को सौंपने से पहले 2018 से इस्तांबुल में रह रहे थे
ध्यान रहे कि 37 वर्षीय भूमिगत संगीतकार दिसंबर 2023 में तुर्की पुलिस की ओर से ईरान को सौंपने से पहले सन 2018 से इस्तांबुल में रह रहे थे। तब से वे ईरान की हिरासत में हैं। तातालू को “वेश्यावृत्ति” को बढ़ावा देने के लिए भी 10 साल की सजा सुनाई गई थी और अन्य मामलों में इस्लामी गणतंत्र के खिलाफ “प्रचार” फैलाने और “अश्लील सामग्री” प्रकाशित करने का आरोप लगाया गया था।
इब्राहीम रईसी के साथ अजीब इंटरव्यू किया था
भारी टैटू वाले ये गायक रैप, पॉप और आर एंड बी के संयोजन के लिए जाने जाते हैं, उन्हें पहले रूढ़िवादी राजनेताओं ने युवा, उदार विचारधारा वाले ईरानियों तक पहुंचने के तरीके के रूप में पेश किया था। टाटालू ने सन 2017 में अति-रूढ़िवादी ईरानी राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी के साथ एक अजीब टेलीविजन बैठक भी की, जिनकी बाद में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हो गई। तातालू ने सन 2015 में ईरान के परमाणु कार्यक्रम के समर्थन में एक गीत प्रकाशित किया, जो बाद में 2018 में डोनाल्ड ट्रंप के पहले कार्यकाल के दौरान उजागर हुआ।
तुर्की में 2018 से छिप कर रह रहे थे आमिर तातालू
आमिर तातालू ईरान के डर से 2018 से यानि 37 साल से तुर्की के इस्तांबुल में छिप कर रह रहे थे, लेकिन तुर्की की पुलिस ने उन्हें 2023 के दिसंबर में पकड़ कर ईरान को सौंपा था। इसके बाद से वे ईरान की हिरासत में हैं।
आरोपों से रहा है पुराना रिश्ता
रैप, पॉप और आर एंड बी के कंपोजीशन के लिए फेमस टैटू सिंगर आमिर तातालू के खिलाफ पहले भी कई आरोप लगाए गए थे और उन्होंने वर्ष 2017 में ईरान के तत्कालीन राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के साथ एक अजीबोगरीब टेलीविजन चर्चा की थी। इसके बाद रईसी की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी. वहीं, 2015 में तातालू ने ईरान के परमाणु प्रोग्राम के समर्थन में एक गाना भी बनाया था, जो 2018 में डोनाल्ड ट्रंप के पहले राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान सामने आया था।
ईरान में ईशनिंदा कानून
ईरान एक संवैधानिक इस्लामी धर्मतंत्र है। इसका आधिकारिक धर्म ट्वेल्वर जाफरी स्कूल का सिद्धांत है। ईरान का ईशनिंदा के खिलाफ कानून शरिया से निकला है। ईशनिंदा करने वालों पर आम तौर पर “पृथ्वी पर भ्रष्टाचार फैलाने” या मोफसेद-ए-फिलार्ज़ का आरोप लगाया जाता है , जिसे आपराधिक या राजनीतिक अपराधों पर भी लागू किया जा सकता है। ईरान में ईश निंदा के खिलाफ कानून इस्लामी शासन की आलोचना करने, इस्लाम का अपमान करने और इस्लामी मानकों से विचलित सामग्री प्रकाशित करने के खिलाफ कानूनों का पूरक है।