अमेरिका प्रमुख भागीदार बनेगा
जॉन चैम्बर्स ने कहा है कि प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी का थर्ड टर्म ( PM Modi Third Term) भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। उनके नेतृत्व में भारत इस सदी में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन कर उभरेगा और इस विकास यात्रा में अमेरिका एक प्रमुख भागीदार बनेगा।
सदी के अंत तक सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा भारत
चैम्बर्स टेक जगत के दिग्गज माने जाते हैं। उन्होंने उभरती हुई तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, साइबर सुरक्षा और सेमी कंडक्टर्स में निवेश के लिए एक सॉवरेन वैल्थ फंड बनाने का सुझाव दिया है। चैम्बर्स सिस्को के चेयरमैन एमेरिटस भी हैं। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका साझेदारी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में तेजी से प्रगति और स्थिर नेतृत्व से एक आदर्श स्थिति बन रही है, जो भारत को अगले तीन से चार दशकों में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और इस सदी के अंत तक सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना देगी।
तीसरे कार्यकाल में सदी का विजन सेट करेंगे
उन्होंने जॉइंट डिफेंस इनोवेशन को बढ़ावा देने वाले INDUS X समिट से इतर एक इंटरव्यू में कहा, ‘अपने पहले 5 साल के कार्यकाल में उन्होंने (PM Modi ) अगले पांच साल की नींव रखी। वहीं अगले पांच साल में उन्होंने अगले 25 साल की नींव रखी। मुझे लगता है कि ये पांच साल सदी की रूपरेखा तैयार करने वाले हैं। यह भारत की सदी है।’
मिल कर काम करने की आवश्यकता
उन्होंने कहा कि मोदी का तीसरा कार्यकाल भारत में निवेश की भविष्यवाणी और सुरक्षा का संदेश देता है। चैम्बर्स ने कहा कि अगली सदी के दृष्टिकोण के लिए अमेरिका और भारत को साथ मिल कर काम करने और एक-दूसरे को मजबूत बनाने की आवश्यकता होगी।
‘भारत का प्रमुख साझीदार रहेगा अमेरिका’
उन्होंने कहा, ‘भारत में सकारात्मक तरीके से एक आदर्श स्थिति बनने वाली है और वह आदर्श स्थिति AI से संभव होगी, और लोगों ने अभी इसका मतलब क्या है, इसकी सतह को ही खंगालना शुरू किया है। हम तो बस शुरुआत कर रहे हैं।’ चैम्बर्स ने कहा कि अमेरिका के साथ साझेदारी से भारतीय GDP में 2% की वृद्धि होती है जबकि भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के GDP में 1% की वृद्धि कर सकता है। दुनिया में निवेश के लिए सबसे अच्छी जगह
चैम्बर्स ने कहा कि आगामी राष्ट्रपति चुनावों में चाहे कोई भी जीते, भारत-अमेरिका संबंधों में कोई नाटकीय बदलाव नहीं आएगा। चैम्बर्स भारत को पूरी दुनिया में निवेश के लिए सबसे अच्छी जगह बताते हुए ने भविष्यवाणी की कि इस सदी के अंत तक,
भारतीय अर्थव्यवस्था चीन से 90-100% और शायद अमेरिका से 30-40% बड़ी होगी।