खबर है कि पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस ने अदियाला जेल में इमरान खान से मुलाकात की और एक सौदा किया जिसके बाद इमरान ने उमर अय्यूब खान को अपना पीएम उम्मीदवार नामित किया। डील में इमरान की पीटीआई और पीपीपी दोनों मिलकर सरकार बना सकती हैं। लेकिन इसके बाद भी पीटीआई सड़कों पर आंदोलन कर रही है और सरकार किसके नेतृत्व में बनेगी इसको लेकर कहीं कोई स्पष्टता नहीं है।
वहीं सेना के सूत्रों के हवाले से यह भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना यह समझ चुकी है कि किसी भी सरकार या प्रतिष्ठान के लिए अंतरराष्ट्रीय दबाव का मुकाबला करते हुए पीटीआई के नेतृत्व वाले विपक्ष को संभालना आसान नहीं होगा। इसलिए पाकिस्तानी सेना पहला मौका इमरान खान को देना चाहती है।