बिजनेस या लेखन…अमेरिका के राष्ट्रपति पद से हटने के बाद क्या काम करेंगे जो बाइडेन
Joe Biden: अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कार्यकाल 20 जनवरी 2025 को खत्म हो जाएगा। कार्यकाल खत्म होने के बाद पूर्व राष्ट्रपतियों की तरह, बाइडन ऐसे कामों में लग सकते हैं जो उनकी हॉबीज़ और उनकी पार्टी के उद्देश्यों से मेल खाते हों।
Joe Biden: अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीते दिन ओवल ऑफिस में अपनी फेयरवेल स्पीच दी। अब 20 जनवरी तक ही वे इस व्हाइट हाउस (White House) में हैं इसके बाद उन्हें ये सब छोड़ना होगा। जिसके साथ ही उनके राष्ट्रपति पद और अमेरिकी सियासत के कर्ता-धर्ता के पद से भी रिटायरमेंट हो जाएगा। अब सवाल उठता है कि आखिर जो बाइडेन राष्ट्रपति पद (US President) से सेवानिवृत्ति के बाद क्या काम करेंगे? तो इसका जवाब वैश्विक संघर्षों, कोरोना महामारी और उपराष्ट्रपति के बाद किए गए कामों को देखते हुए मिल सकता है।
द स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक 82 साल के जो बाइडेन ने कई बार इस बात पर जोर दिया है कि वे अभी रिटायरमेंट नहीं ले रहे हैं। उन्होंने खुद ही इस बात के संकेत दिए हैं वे क्या कर सकते हैं।
शिक्षा के क्षेेत्र में
जो बाइडेन ने (Joe Biden) व्हाइट हाउस में अपने कार्यकाल के बाद के जीवन की योजनाओं के बारे में विस्तार से नहीं बताया है , लेकिन उन्होंने संकेत दिए हैं कि वे विदेश और घरेलू नीति पर काम करना जारी रखना चाहेंगे। दरअसल बाइडेन ने बीते साल सितंबर में ‘द व्यू’ को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि वे जा तो रहे हैं लेकिन आप उनके साथ फंस गए हैं। वे दूर नहीं जा रहा हैं। उन्होंने कहा था कि विदेश नीति पर बाइडेन इंस्टीट्यूट पेन और घरेलू नीति पर डेलावेयर में बाइडेन इंस्टीट्यूट के संदर्भ में वे कई दूसरी चीजें करना चाहते हैं ताकि उन्होंने जो काम शुरू किए हैं उन्हें जारी रखा जा सके।
पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय का पेन बाइडेन सेंटर फॉर डिप्लोमेसी एंड ग्लोबल एंगेजमेंट, जो बाइडेन के नाम पर एक थिंकटैंक है, जो वाशिंगटन, डीसी में स्थित है। क्योंकि 2017 में उपराष्ट्रपति के तौर पर हटने के बाद उन्होंने इस संस्थान को DC में अपने मुख्य कार्यालय के रूप में इस्तेमाल किया था।
प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी के लिए पैसे जुटाना
जो बाइडेन से उम्मीद की जा रही है कि वे अपने राष्ट्रपति पुस्तकालय के लिए पैसे जुटाएंगे, क्योंकि ये एक ऐसी सुविधा है जो आमतौर पर किसी पूर्व राष्ट्रपति के सम्मान में बनाई जाती है। इसे लेकर अधिकारियों ने पैसे जुटाने में मदद के लिए कम से कम एक बाइडेन प्रशासन राजदूत को नियुक्त किया है।
इस प्रोजेक्ट की प्लानिंग 3 साल पहले शिकागो में बराक ओबामा प्रेसिडेंशियल सेंटर, लाइब्रेरी और संग्रहालय पर शुरू किए गए काम के बाद बनी है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि ये काम 2026 तक पूरा हो जाएगा।
पूर्व राष्ट्रपतियों के क्लब में शामिल हों सकते हैं बाइडेन
जो बाइडेन पूर्व राष्ट्रपतियों के क्लब में भी शामिल हो सकते हैं, जिसमें कई पूर्व कमांडर-इन-चीफ शामिल हैं। आम तौर पर ये सभी ऐतिहासिक घटनाओं, या किसी सेमिनार, समारोह में मिलतें हैं। पूर्व राष्ट्रपति कभी-कभी एक साथ कई प्रोजेक्ट्स भी चलाते हैं। जैसे कोरोना महामारी के दौरान टीकों को बढ़ावा देना या प्राकृतिक आपदाओं के बाद फंड जुटाना।
बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन ने उनके 2021 के शपथ ग्रहण से पहले एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। जो काफी चर्चा में रहा था।
कहां रहेंगे जो बाइडेन
जो बाइडेन व्हाइट हाउस छोडऩे के बाद जहां तक डेलावेयर जा सकते हैं, यहां वे विलमिंगटन और रेहोबोथ बीच में अपने और अपनी पत्नी जिल बाइडेन के घर जाएंगे। उनकी उम्र को देखते हुए ये भी कहा जा रहा है कि यहां वे अपने बच्चों, पोते-पोतियों और अब परपोते-परपोतियों के साथ समय बिता सकते हैं।
लेखन और संस्मरण
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपतियों की परंपरा रही है कि वे अपनी जीवनी या राष्ट्रपति काल पर आधारित किताब लिखते हैं। बाइडेन भी ऐसा कर सकते हैं।
पब्लिक सर्विस और चैरिटी
जो बाइडेन अपने नाम पर कोई फाउंडेशन शुरू कर सकते हैं, जो स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, या सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर काम करे।
पूर्व राष्ट्रपतियों ने क्या किया
बराक ओबामा- ओबामा ने ओबामा फाउंडेशन की शुरुआत की, जो नेतृत्व विकास और वैश्विक मुद्दों पर काम करता है। जिमी कार्टर- उन्होंने कार्टर सेंटर स्थापित किया, जो चुनावी निगरानी, स्वास्थ्य और मानवाधिकारों पर काम करता है।
बिल क्लिंटन- उन्होंने क्लिंटन फाउंडेशन की स्थापना की, जो स्वास्थ्य, पर्यावरण, और आर्थिक विकास जैसे मुद्दों पर काम करता है। डोनाल्ड ट्रंप- डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति चुनाव हारन के बाद उन्होंने “Truth Social” नाम का एक सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म लॉन्च किया। इसके अलावा ट्रंप ने अपने होटल, रियल एस्टेट और दूसरे कारोबार में ज्यादा एक्टिवटी दिखाई। उन्होंने अमेरिका में कई रैलियां आयोजित कीं और अपने समर्थकों के बीच अपनी लोकप्रियता बनाए रखी।