भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं के बीच कमला हैरिस की अपील
कमला हैरिस का भारतीय-अमेरिकी समुदाय (Indian-American voters) के साथ मजबूत संबंध है। उनकी मां, श्यामला गोपालन, एक भारतीय-अमेरिकी बायोलॉजिस्ट थीं, और हैरिस अक्सर यह बताती हैं कि उनकी भारतीय विरासत ने उनके पालन-पोषण और मूल्यों को कैसे प्रभावित किया। उपराष्ट्रपति के रूप में, भारतवंशीय दक्षिण एशियाई महिला के रूप में वह पहली बार इस पद पर पहुंची हैं, जो
भारतीय-अमेरिकी समुदाय के कई लोगों के लिए एक प्रेरणा बन गई है।
मतदाताओं के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बना दिया
उललेखनीय है कि न 2020 के चुनाव में अपनी कैम्पेन के दौरान, कमला हैरिस ने भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं के साथ जुड़ने के लिए समुदायिक कार्यक्रमों में भाग लिया था, प्रभावशाली व्यक्तियों से मुलाकात की और उन नीतियों पर जोर दिया जो दक्षिण एशियाई और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के लिए फायदेमंद हो सकती हैं। उनकी मां की पृष्ठभूमि ने भी उन्हें भारतीय संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों से जुड़ी जातीय पहचान रखने वाले मतदाताओं के लिए एक महत्वपूर्ण व्यक्ति बना दिया है।
कमला हैरिस, घर-घर प्रचार : एक रणनीति
यह शायद सामान्य नहीं है कि उच्च-प्रोफाइल नेता जैसे कमला हैरिस खुद घर-घर प्रचार करें, लेकिन राजनीतिक अभियान अक्सर अंतिम समय में मतदाताओं से सीधे संपर्क करने के लिए घर-घर कैनवसिंग का सहारा लेते हैं। यह एक सामान्य प्रथा है, खासकर अमेरिकी चुनावों में, जब चुनाव के अंतिम दौर में उम्मीदवार मतदाताओं से व्यक्तिगत रूप से जुड़ने की कोशिश करते हैं। उच्च-प्रोफाइल उम्मीदवारों के लिए यह काम उनके प्रतिनिधि, स्वयंसेवक या टीम के लोग करते हैं, लेकिन कभी-कभी उम्मीदवार खुद भी इसमें भाग लेते हैं।
कमला हैरिस का चुनाव प्रचार फोकस
कमला हैरिस के लिए घर-घर प्रचार का मुख्य ध्यान उन क्षेत्रों में रहा, जहां खास तौर पर निम्नलिखित मतदाता समूहों की संख्या अधिक हो: भारतीय-अमेरिकी मतदाता: ऐसे राज्यों में जहां भारतीय-अमेरिकी समुदाय बड़ा है, जैसे कैलिफोर्निया, न्यू जर्सी, और टेक्सास, हैरिस के अभियान का उद्देश्य अधिक से अधिक मतदाता turnout सुनिश्चित करना हो सकता है। अल्पसंख्यक समुदाय: एक महिला और रंगीन (कलर्ड) उम्मीदवार के रूप में, कमला हैरिस के अभियान ने हमेशा अल्पसंख्यक समुदायों के साथ जुड़ने का प्रयास किया है, जैसे कि अफ्रीकी-अमेरिकी, लैटिनो और अन्य जातीय समूह।
प्रगतिशील मतदाता: कमला हैरिस ने हमेशा प्रगतिशील नीतियों का समर्थन किया है, जो युवा और उदारवादी मतदाताओं के बीच लोकप्रिय हो सकती हैं। यह मतदाता समूह आमतौर पर ग्रासरूट (नीचे से ऊपर) प्रयासों का समर्थन करते हैं।
राजनीतिक भागीदारी भी समय के साथ बढ़ रही
ध्यान रहे कि सन 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में, भारतीय-अमेरिकी मतदाताओं की संख्या लगभग 12 लाख (1.2 मिलियन) थी। ये आंकड़े अमेरिकी चुनाव आयोग (EAC) और अन्य शोध संस्थानों के अनुमान पर आधारित हैं। भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बीच मतदान दर में वृद्धि देखी गई है, खासकर हाल के वर्षों में, और 2020 के चुनाव में भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने चुनावी नतीजों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला था। हालांकि, यह संख्या हर चुनाव में बदल सकती है, क्योंकि भारतीय प्रवासियों की संख्या अमेरिका में लगातार बढ़ रही है और उनकी राजनीतिक भागीदारी भी समय के साथ बढ़ रही है। 2020 में भारतीय-अमेरिकी मतदाता अमेरिकी चुनावों में एक अहम राजनीतिक ताकत के रूप में उभरकर सामने आए। अब 2024 में अमेरिका में भारतीयों की संख्या 52 लाख के आसपास है।