सात लोगों को गिरफ्तार किया
त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में बांग्लादेशी राजनयिक मिशन में तोड़फोड़ की हुई थी। इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही चार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ की कार्रवाई की गई है। वहीं इस घटना के नाम पर
बांग्लादेश ने अगरतला में अपनी काउंसलर सर्विस भी बंद करने की घोषणा की थी। बांग्लादेश की सरकारी न्यूज एजेंसी बांग्लादेश संगबाद संस्था (BSS) के अनुसार भारतीय उच्चायुक्त मंगलवार शाम चार बजे विदेश मंत्रालय में दाखिल हुए थे। उन्हें बांग्लादेश के कार्यवाहक विदेश सचिव रियाज हमीदुल्लाह ने तलब किया।
यह है अगरतला का पूरा मामला
गौरतलब है कि सोमवार (2 दिसंबर 2024) को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में स्थित बांग्लादेश के सहायक उच्चायोग में कथित तौर पर कुछ लोग घुस गये थे। इसके बाद उन्होंने वहां जम कर हंगामा मचाया और तोड़फोड़ की थी। इस घटना की भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी निंदा की और कार्रवाई करने का आदेश दिया था। इस घटना के बारे में पश्चिम त्रिपुरा के एसपी किरण कुमार ने बताया कि ड्यूटी में कथित लापरवाही के चलते चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही मामले में सात लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद से ही हिंसा जारी
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में इसी साल जुलाई में सरकार के खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा था। बांग्लादेश में इस तख्तापलट के बाद से ही वह 5 अगस्त को बांग्लादेश छोड़ कर भारत आ गई थी। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है और बांग्लादेश के अंतरिम सरकार लगातार हिंदुओं को टारगेट कर रही है। वहीं इस बीच पिछले हफ्ते चिन्मय कृष्णदास की गिरफ्तारी के बाद इस तनाव ने बड़ा रूप ले लिया था। भारत ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हिंसा को लेकर कड़ा विरोध दर्ज किया है।