सिंध और बलूचिस्तान में टूटेगा बारिश का कहर!
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (PMD) के मुताबिक चक्रवात ‘असना’ से तटीय क्षेत्रों को कोई सीधा खतरा नहीं है। लेकिन, शनिवार को सिंध और बलूचिस्तान के कई शहरों में तेज हवाएं और मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। बता दें कि मानसूनी बारिश के चलते शुक्रवार को पाकिस्तान में तबाही देखने को मिली। मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, सीवर टूट गए, घरों की छत गिरगई, बांध टूट गए, कच्चे घर पानी में बह गए, साथ ही आम लोगों को जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। देश के कुछ हिस्सों में नदियों को पार करते समय भी लोग बह गए।
1964 के बाद बना पहला चक्रवात
PMD की एडवाइजरी के मुताबिक चक्रवात पिछले छह घंटों के दौरान पश्चिम की तरफ बढ़ गया और कराची से लगभग 120 किमी दक्षिण थट्टा से 180 किमी दक्षिण-पश्चिम, ओरमारा से 250 किमी दक्षिण-पूर्व और ग्वादर से 440 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व में है। PMD के महानिदेशक महर साहिबजाद खान ने कहा कि 1964 के बाद यह पहली बार है जब ऐसा चक्रवात बना है। उन्होंने कहा कि चक्रवात के चलते शनिवार को कराची, थारपारकर, बदीन, थट्टा, सुजावल, हैदराबाद, टांडो मोहम्मद खान, टांडो अल्लाह यार, मटियारी, उमरकोट, मीरपुरखास, संघर, जमशोरो, दादू और शहीद बेनजीराबाद जिलों में भारी बारिश और आंधी आएगी। वहीं बलूचिस्तान के हब, लासबेला, अवारन, केच और ग्वादर जिलों में रविवार तक इसी तरह के मौसम की स्थिति बने रहने की संभावना है। हवा की गति 70 किमी प्रति घंटे तक रहेगी। मछुआरों को रविवार तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।