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अमेरिका में H 1B वीज़ा मुद्दा गर्माया, डोनाल्ड ट्रंप समर्थकों के लिए एनआरआई नेता ने कही ये बड़ी बात

H-1B Visa Controversy: अमेरिका में H-1B वीज़ा मामले पर माहौल गर्मा गया है। इस मामले में राजस्थान एसोसिएशन ऑफ़ नार्थ अमेरिका राना के अध्यक्ष प्रेम भंडारी ने ये बड़ी बात कही है।

नई दिल्लीDec 31, 2024 / 01:27 pm

M I Zahir

Donald Trump Prem Bhandari (2)

Donald Trump Prem Bhandari (2)

H-1B Visa Controversy: अमेरिका में H-1B वीज़ा (H-1B visa) पर विवाद गहरा गया है। प्रमुख समाजसेवी, एनआरआई लीडर (NRI Leader) व राजस्थान एसोसिएशन ऑफ़ नार्थ अमेरिका राना के अध्यक्ष प्रेम भंडारी ( Prem Bhandari) ने न्यूयॉर्क से बातचीत में कहा कि डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के कुछ समर्थकों की ओर से दिखाए गए भारत-विरोधी और प्रवासी-विरोधी भावनाओं के कारण कुशल श्रमिकों को अमेरिका में अपने अवसर खोजने में मुश्किल हो सकती है। इससे भविष्य की प्रतिभाओं को अलग-थलग करने का खतरा हो सकता है। यह बात अमेरिका के अनुकूल नहीं मानी जा सकती। प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए अमेरिका को राजनीतिक विचारधाराओं से परे अपनी विविधता और योग्यता-आधारित प्रणाली के प्रति प्रतिबद्धता पुनः स्थापित करनी होगी।

ग्रीन कार्ड बैकलॉग जैसी समस्याओं का समाधान हो

भंडारी ने कहा कि H-1B वीज़ा कार्यक्रम आधुनिक और विस्तारित करने की आवश्यकता है, न कि इसे सीमित करने की। यह जरूरी है कि हम ऐसे योग्यता-आधारित सुधारों पर ध्यान केंद्रित करें, जो निष्पक्षता सुनिश्चित करें और साथ ही सर्वश्रेष्ठ वैश्विक प्रतिभाओं को आकर्षित करते रहें।” इसके अलावा उन्होंने सुझाव दिया कि प्रक्रियाओं को सरल बनाना, मनमाने सीमा प्रतिबंध हटाना और ग्रीन कार्ड बैकलॉग जैसी समस्याओं का समाधान करना सिस्टम अधिक प्रभावी और न्यायसंगत बनाएगा।

अमेरिका में नवाचार और आर्थिक विकास का एक अहम हिस्सा

उन्होंने कहा कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में कुशल प्रवासी श्रमिकों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “कुशल प्रवासी श्रमिकों के योगदान को लेकर जो विरोध हो रहा है, वह उनका महत्व समझने में गलती दर्शाता है। कुशल प्रवासी कामगारों की ओर से अमेरिकी अर्थव्यवस्था में लाए गए योगदान का जो विरोध हो रहा है, वह इस मूल्य की गहरी गलतफहमी दर्शाता है। भारत का इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी और चिकित्सा के क्षेत्रों में उच्चतम स्तर की प्रतिभा उत्पन्न करने का एक मजबूत इतिहास है। ऐसे में यह प्रतिभा अमेरिका में नवाचार और आर्थिक विकास का एक अहम हिस्सा बन रही है और यह कोई खतरा नहीं बल्कि संपदा है।

यह अमेरिकी श्रमिकों की जगह लेने का सवाल नहीं

भंडारी ने कहा, “विदेश से आने वाले कुशल श्रमिक अमेरिकी कार्यबल में महत्वपूर्ण कमी पूरी करते हैं, जिससे अमेरिका कृत्रिम बुद्धिमत्ता,सॉफ़्टवेयर विकास और बायोटेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में अपनी प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त बनाए रख सकता है। उन्होंने कहा कि यह अमेरिकी श्रमिकों की जगह लेने का सवाल नहीं है, बल्कि यह विभिन्न प्रकार की प्रतिभाओं के समूह को मजबूत और पूरक बनाने का विषय है। गौरतलब है कि उनका यह बयान तब आया है जब अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों के बीच H-1B वीज़ा कार्यक्रम को लेकर असहमति बढ़ी है। यह कार्यक्रम अमेरिकी कंपनियों को विशेष क्षेत्रों में विदेशी श्रमिकों को नौकरी देने की अनुमति देता है।

H-1B वीज़ा: एक विस्तृत विवरण

H-1B वीज़ा एक अमेरिकी वीज़ा श्रेणी है जिसे अमेरिकी कंपनियाँ विदेशों से विशेष पेशेवरों और कुशल श्रमिकों को काम पर रखने के लिए जारी करती हैं। यह वीज़ा खासकर उन व्यक्तियों के लिए है जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित (STEM), चिकित्सा, और अन्य पेशेवर क्षेत्रों में उच्च शिक्षा (बैचलर डिग्री या उससे ऊपर) रखते हैं।

H-1B वीज़ा की मुख्य बातें:

  1. H-1B वीज़ा की पात्रता:
    • H-1B वीज़ा उस व्यक्ति को मिलता है, जो किसी अमेरिकी कंपनी में विशिष्ट पेशेवर पद पर काम करने के लिए चयनित हो। उम्मीदवार को आमतौर पर एक उच्च शैक्षिक योग्यता (कम से कम एक बैचलर डिग्री या समकक्ष) की आवश्यकता होती है।
    • इसे खासतौर पर ऐसे क्षेत्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है जहाँ उच्च कौशल की आवश्यकता होती है, जैसे आईटी, इंजीनियरिंग, चिकित्सा, और अन्य पेशेवर क्षेत्रों में।
  2. H-1B वीज़ा की अवधि:
    • H-1B वीज़ा प्रारंभ में तीन साल के लिए जारी किया जाता है और इसे अधिकतम छह साल तक बढ़ाया जा सकता है। कुछ विशेष परिस्थितियों में इसे और अधिक समय के लिए भी बढ़ाया जा सकता है।
    • यदि किसी व्यक्ति ने ग्रीन कार्ड (स्थायी निवास) के लिए आवेदन किया है, तो उनकी H-1B वीज़ा स्थिति को और अधिक समय के लिए बढ़ाया जा सकता है।
  3. H-1B वीज़ा साप्ताहिक कार्य समय:
    • H-1B वीज़ा धारक को पूर्णकालिक काम करने की अनुमति मिलती है, अर्थात 40 घंटे प्रति सप्ताह। हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में अंशकालिक काम भी संभव है।
  4. H-1B वीज़ा सामान्य प्रक्रिया:
    • H-1B वीज़ा के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया अमेरिकी कंपनी द्वारा की जाती है। कंपनी को यह साबित करना होता है कि वे उस पद के लिए एक योग्य विदेशी श्रमिक को नियुक्त करना चाहते हैं।
    • इसके लिए एक पетиशन (आवेदन पत्र) फाइल करना होता है जिसे यूएस सिटिजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विसेज़ (USCIS) को भेजा जाता है।
    • प्रत्येक वर्ष H-1B वीज़ा की एक सीमा होती है, जिसे “कैप” कहा जाता है। यह सीमा हर वित्तीय वर्ष में 65,000 वीज़ा तक होती है (कुछ विशेष श्रेणियों के लिए अतिरिक्त वीज़ा भी होते हैं)।
  5. H-1B वीज़ा प्रक्रिया में चुनौतियाँ:
    • H-1B वीज़ा के लिए आवेदन प्रक्रिया अत्यधिक प्रतिस्पर्धी होती है, और हर साल बहुत से आवेदन जमा होते हैं, जिसके कारण एक लॉटरी सिस्टम के माध्यम से चयन किया जाता है।
    • इसके अलावा, कुछ विवादित मुद्दे जैसे अमेरिकी श्रमिकों के लिए नौकरी के अवसरों की चिंता, और अमेरिका में आने वाले विदेशी श्रमिकों के खिलाफ बढ़ते भेदभाव ने इस वीज़ा कार्यक्रम पर चर्चा को और गर्म कर दिया है।
  6. H-1B वीज़ा की महत्वपूर्ण भूमिका:
    • H-1B वीज़ा अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विशेष रूप से यह तकनीकी और वैज्ञानिक क्षेत्रों में कुशल श्रमिकों की कमी को पूरा करता है। भारत जैसे देशों से आने वाले इंजीनियर, आईटी विशेषज्ञ और अन्य पेशेवर अमेरिकी कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण संसाधन बनते हैं।
    • H-1B वीज़ा अमेरिकी कंपनियों को उच्च गुणवत्ता और नवाचार की दिशा में मजबूती प्रदान करता है, जो वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अमेरिकी उद्योगों को बनाए रखने में मदद करता है।

विदेशी कुशल श्रमिक नियुक्त करने का अवसर देता है H-1B वीज़ा

बहरहाल H-1B वीज़ा एक महत्वपूर्ण प्रोग्राम है, जो अमेरिकी कंपनियों को विदेशी कुशल श्रमिकों को नियुक्त करने का अवसर देता है। हालांकि, इसे लेकर कई विवाद और आलोचनाएँ भी उठती रही हैं, खासकर तब जब यह अमेरिकी श्रमिकों के अवसरों से जुड़ा सवाल उठता है। इसके बावजूद, यह वीज़ा अमेरिकी विकास, नवाचार और प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

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