रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, बैंडिट नाम के एक गिरोह ने ये हमला किया। अगवा किए गए लोगों के परिजनों से फिरौती की मांग की गई है। साथ ही गिरोह ने लोगों से खेती करने की परमिशन लेने और प्रोटेक्शन फीस भी मांगी है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति मोहम्मद बुहारी के गृहराज्य काटसीना के फुंटुआ के रहने वाले लावल हारुना ने घटना की जानकारी दी।
लावल हारुना के अनुसार, लोग रात की नमाज के लिए मस्जिद आए हुए थे। इसी दौरान हमलावरों ने धावा बोल दिया। बंदूकधारी मोटरबाइक्स पर मैगामजी मस्जिद पहुंचे और गोलीबारी शुरू कर दी। घटना के बाद मस्जिद में पहुंचे लोग भागने पर मजबूर हो गए। उन्होंने बताया कि गोलीबारी के बीच फंसे करीब 12 लोगों की मौत हो गई। जबकि कुछ लोग जान बचाकर भाग निकले।
वहीं, फुंटुआ के एक और निवासी अब्दुल्लाही मोहम्मद ने बताया कि गोलीबारी की घटना को अंजाम देने के बाद हमलावरों ने कुछ लोगों को इकट्ठा किया और अपने साथ झाड़ियों में ले गए। उन्होंने कहा, “मैं दुआ कर रहा हूं कि डाकुओं ने जिन निर्दोष लोगों का अपहरण किया है, उन्हें रिहा कर दें।”
काटसिना राज्य पुलिस के प्रवक्ता गैंबो ने हमले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया है कि पुलिस ने वहां के निवासियों के सहयोग से कुछ लोगों को बचाने में कामयाबी हासिल की है। बाकी लोगों को भी बचाने की हमारी कोशिश जारी है। काटसीना नाइजीरिया के उन उत्तर पश्चिम राज्यों में शामिल हैं, जो पड़ोसी देश नाइजर के साथ सीमा शेयर करता है। इसके चलते गैंग दो देशों के बीच आसानी से आती जाती है।
नाइजीरिया की सेना इन डाकुओं के ठिकानों को तबाह करने के लिए उनपर बमबारी भी कर रही है, मगर फिर भी लोगों पर हमले जारी हैं। बता दें, फरवरी में बुहारी के उत्तराधिकारी को चुनने की तैयारी चल रही है। मगर इन हमलों के चलते मतदाताओं के मन में सुरक्षा को लेकर खतरा पैदा हो गया है।