AFP की रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस के एविग्नॉन में इस केस को आपराधिक अदालत के पीठासीन न्यायाधीश रोजर अराता ने सुना और ये फैसला सुनाया। 3 महीने तक चली इस सुनवाई में आरोपी पति डोमिनिक ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है।
क्या है पूरा मामला
रिपोर्ट के मुताबिक ये मामला करीब 14 साल पुराना है। साल 2011 में हुई इस घटना के मुताबिक वर्तमान में 72 साल के हो चुके इस शख्स डोमिनिक ने तब 10 साल तक अपनी पत्नी को नींद की गोलियां और चिंता-रोधी दवा खिलाकर नशा कराया। फिर अपने घर में उसका बलात्कार करने के लिए 50-70 से ज्यादा पुरुषों को ऑनलाइन भर्ती कराई। आरोप तय हुए कि इस भर्ती के बाद इन सभी ने आरोपी शख्स के घर पर जाकर उसकी मौजूदगी में उसकी पत्नी से गैंगरेप किया।
14 साल पहले का है मामला
पीड़िता अब 72 साल की हो चुकी है। फ्रांस की कोर्ट में वो अपनी बेटी और दो बेटों के साथ मुकदमे के पहले दिन आईं थीँ। रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांस की कोर्ट ने आरोपी पति पर 9 आरोप तय किए हैं, जिनमें कई गंभीर परिस्थितियों में बलात्कार, बलात्कार करने के लिए पीड़िता को नशीला पदार्थ देना और रेप, गैंगरेप के दौरान उसकी तस्वीरें लेना और शेयर करना शामिल है।
आरोपियों को पता था नशे में थी महिला
रिपोर्ट में पुलिस की जांच हवाला देते हुए बताया गया है कि आरोपी शख्स डोमिनिक अपनी पत्नी को नशीला पदार्थ दे रहा था। ये काम उसने लगातार दस सालों तक किया। जब पत्नी नशे में होती तब वो अपने घर पर लोगों को बुलाता और पत्नी से संबंध बनवाता। 70 आरोपियों का केस लड़ रहे वकील ने कोर्ट में ये बयान दिया था कि जिन लोगों को आरोपी ने घर पर बुलाया, उन्हें नहीं पता था कि शख्स की पत्नी नशे में है, लेकिन इधर आरोपी डोमिनिक का कहना था कि सभी आरोपियों को पता था कि उसकी पत्नी नशे की हालत में है।
‘महिला की सहमति से हुआ‘
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया CNN के सहयोगी BFMTV की रिपोर्ट में बताया गया है कि गैंगरेप के एक आरोपी के वकील क्रिस्टोफ़ ह्यूगेनिन-विरचॉक्स ने कोर्ट में ये दलील दी थी कि उनके मुवक्किल ने ये स्वीकारा है उन्होंने पीड़िता से संबंध बनाए थे कि लेकिन उन्हें बताया गया था कि ये पति पत्नी दोनों कि सहमति से हो रहा है। जो कि उनका एक यौन खेल था। इसी खेल में इन 70 लोगों को भी बुलाया गया था। वकील ने कहा था कि उनके मुवक्किल को नहीं पता था कि महिला नशे में है या उससे कोई ये जबरदस्ती की जा रही है।
10 साल तक इस कांड से अनजान थी पीड़िता
इससे पहले जब जून के महीने में सुनवाई हुई थी तब महिला के एक वकील एंटोनी एरेबालो-कैमस ने संवाददाताओं से कहा था कि पीड़िता को पता नहीं था कि उसके साथ क्या किया गया था, नशे के चलते और लगातार दी जा रही दवाओं के चलते पीड़िता अपनी याददाश्त खोने सी लगी थी, उसे पता ही नहीं चल पा रहा था कि उसके साथ दस सालों तक क्या हुआ।