छात्रों ने बताया है कि इस तरह के मेल उनको उत्पीड़न का अहसास करा रहे हैं। दरअसल, समयबद्ध सीमा में इन ईमेल का जवाब नहीं दिए जाने पर एडमिशन तक खारिज किए जाने का खतरा बना रहता है। इसी तरह के अनुभव कई छात्रों, खासकर पंजाब के छात्रों ने बताए हैं।
भारतीयों पर हमले की जांच होः विदेश मंत्रालय
जिन छात्रों को ये ईमेल मिले हैं, इनमें से कई छात्रों के पास दो और वर्षों तक के लिए वैध वीजा है, जिससे भ्रम और चिंता की स्थिति पैदा हो रही है। इधर, भारतीयों को कनाडा सरकार की ओर से इस तरह के मेल भेजे जा रहे हैं तो दूसरी ओर कनाडा में भारतीयों पर लगातार हमले हो रहे हैं। पिछले सप्ताह में तीन भारतीय छात्रों की हत्या के बाद अब भारत सरकार ने इस मुद्दे को कनाडा सरकार के समक्ष उठाया है।
पंजाब के छात्रों को ज्यादा मिले ईमेल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले सप्ताह पंजाब के छात्रों को भी इस तरह के ईमेल मिले जिसमें आइआरसीसी के ऑफिस जाकर समस्त रेकॉर्ड को वेरिफाइ करने को कहा गया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि यह भयानक त्रासदी है। भारतीय उच्चायोग इस मामले में पूरी जांच की मांग कर रहा है।