PM Modi In Russia : पुतिन से मिलेंगे PM Modi , रूस ने बिछाए पलक-पावड़े, देखें वीडियो
PM Modi In Russia : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रूस दौरा एक महत्वपूर्ण घटना है, जहां वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। इस समिट का आर्थिक और राजनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए आयोजन हो रहा है।
PM Modi In Russia : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi ) रूस दौरे के दौरान राष्ट्रपति पुतिन से मिलेंगे। रूस ने इसके लिए पलकें बिछा दी हैं। ध्यान रहे कि भारत और रूस के बीच लंबे समय से अच्छे संबंध रहे हैं। इस मुलाकात से दोनों देशों के बीच रणनीतिक और आर्थिक सहयोग को और मजबूत किया जाएगा। ब्रिक्स ( BRICS) में पीएम मोदी और पुतिन ( Putin) के बीच चर्चा में वैश्विक मुद्दों जैसे जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद, और वैश्विक सुरक्षा पर भी बातचीत हो सकती है। वहीं ऊर्जा सुरक्षा और व्यापार में सहयोग बढ़ाने के लिए भी यह बैठक महत्वपूर्ण है। भारत ( India) रूस से ऊर्जा स्रोतों का आयात करता है, और इस संदर्भ में दोनों नेताओं के बीच चर्चा होगी। रूस ( Russia) ने इस समिट के लिए व्यापक तैयारियाँ की हैं। मॉस्को में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है, और पलक-पावड़े बिछाए गए हैं, ताकि सभी नेताओं का स्वागत अच्छे तरीके से किया जा सके। ब्रिक्स देशों के बीच आर्थिक विकास, तकनीकी सहयोग (cooperation), और बहुपक्षीय संस्थाओं के सुधार पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। पीएम मोदी ( PM Modi) की इस यात्रा से भारत-रूस संबंधों में नई ऊर्जा का संचार होगा और यह समिट वैश्विक स्तर पर सहयोग को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
ब्रिक्स समिट 2024, जिसमें भारत, ब्राजील, रूस, चीन, और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं, इस बार रूस में आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस यात्रा का उद्देश्य केवल द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करना नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका को भी उजागर करना है।
भारत और रूस में बैठक की पृष्ठभूमि
भारत और रूस के बीच का संबंध दशकों पुराना है, जिसमें रक्षा, ऊर्जा, और तकनीकी सहयोग प्रमुख स्थान रखता है। हालिया घटनाक्रम, रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद वैश्विक राजनीति में बदलाव आया है, जिससे भारत की रणनीतिक स्थिति और महत्वपूर्ण हो गई है।
मोदी और पुतिन मुलाकात के मुख्य बिंदु
पीएम मोदी और पुतिन के बीच व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा होगी। विशेष रूप से, ऊर्जा आयात, कृषि उत्पाद, और औद्योगिक साझेदारी पर ध्यान दिया जाएगा। रक्षा सहयोग: दोनों देशों के बीच रक्षा उपकरणों के आयात-निर्यात और तकनीकी सहयोग पर चर्चा की जा सकती है, जो वर्तमान में भी महत्वपूर्ण है। सतत विकास, हरित ऊर्जा, और जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए सामूहिक प्रयासों पर भी बातचीत हो सकती है।
समिट में छाएंगे वैश्विक मुद्दे
आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक लड़ाई के लिए दोनों देशों के बीच रणनीतियों पर चर्चा होगी। भारत और रूस विकासशील देशों के लिए सहायता और विकास में सहयोग बढ़ाने की दिशा में भी बात कर सकते हैं।
समिट में रूस की तैयारी
समिट की तैयारियों के तहत, रूस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। प्रमुख नेताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक कदम उठाए गए हैं। रूस ने समिट के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री और अन्य नेताओं के स्वागत के लिए विशेष तैयारियां की हैं, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्थानीय भोजन का आयोजन किया जा सकता है।
ब्रिक्स समिट का एजेंडा
समिट में आर्थिक मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिसमें व्यापार, निवेश, और प्रौद्योगिकी पर सहयोग के नए रास्ते तलाशे जाएंगे। वैश्विक राजनीतिक स्थिरता और बहुपक्षीय संस्थाओं के सुधार पर चर्चा होगी, जिसमें संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया जाएगा। पीएम मोदी की रूस यात्रा और इस ब्रिक्स समिट का आयोजन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह न केवल भारत-रूस संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की आवाज़ को भी प्रमुखता देगा। यह समिट वैश्विक सहयोग के नए रास्ते खोलने का भी कार्य करेगी, जिससे सभी सदस्यों के लिए लाभकारी परिणाम निकल सकें।