तीन दिन चला चोरी का पता
कनाडा के अधिकारियों के अनुसार, सोमवार 17 अप्रैल को 121 करोड़ रुपए मूल्य का सोना एयरपोर्ट पर एक कंटेनर में पहुंचा था। इसे उसी दिन कार्गों होल्डिंग फैसिलिटी में शिफ्ट कर दिया गया था। 20 अप्रैल को एयरपोर्ट अथॉरिटी को सोने के इस कंटेनर के गायब होने के बारे में पता चला। पुलिस का मानना है कि चोरी पियर्सन एयरपोर्ट से ही हुई है।
कहां से आया सोना, पुलिस का बताने से इंकार
इसे कनाडा के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी बताया जा रहा है। कनाडा में क्षेत्रीय पुलिस, पील के निरीक्षक स्टीफन डुइवेस्टेन के अनुसार लापता विमान कंटेनर का आकार लगभग 5 वर्ग फुट था। पुलिस इस दुर्घटना के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। जांच पूरी होने तक पुलिस ने यह बताने से इनकार कर दिया कि ये किस एयरलाइन का माल था, और इसे कहां से लोड किया गया था।
डुइवेस्टेन ने कहा, “उनका ध्यान इस अनोखी चोरी को सबसे पहले हल करने पर है। मैं इसकी सटीक जानकारी किसी को नहीं दे सकता। हालांकि हम इसे सार्वजनिक सुरक्षा का मामला नहीं मानते हैं। यात्रियों को ऐसी घटनाओं से कोई खतरा नहीं है।”
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चोरी हुए सोने का वजन 3600 पाउंड है। इससे पहले एक बयान में, एयरपोर्ट ने कहा कि संभवतः चोरों ने खुद हवाईअड्डे तक पहुंच हासिल नहीं की, बल्कि वे गोदाम से इसकी चोरी करने में सफल हुए हैं। एयरपोर्ट ने कहा कि ये गोदाम तीसरे पक्ष को लीज पर दिया गया है।यह पहली बार नहीं है जब पियर्सन एयरपोर्ट से सोने की चोरी की घटना हुई है। 25 सितंबर 1952 को पियर्सन के पूर्ववर्ती माल्टन हवाई अड्डे पर 215,000 डॉलर मूल्य का सोना चोरी हो गया था। समय यह कनाडा के इतिहास की सबसे बड़ी सोने की डकैती थी। यदि आज के मूल्य से इसकी तुलना की जाए तो ये 2.3 मिलियन डॉलर के सोने थे।