अमेरिका ने चीन, तुर्किए, सऊदी से की बात
दरअसल ईरान-इजरायल जंग (Iran-Israel conflict) को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अपने तुर्की, चीनी और सऊदी समकक्षों से बात की है। रिपोर्ट के मुताबिक इस सीक्रेट टॉक में उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि मध्य पूर्व (Middle East) में इस तरह की जंग किसी के भी हित में नहीं है। बता दें कि अमेरिका की तरफ से पहलतब की गई है जब सीरिया में ईरान के दूतावास पर इजरायल (Israel Attack on Iran Embassy) ने हमला किया था और अब ईरान के इजरायल पर जवाब कार्रवाई की अटकलें सामने आ रही हैं ऐसे मे अमरीका हर हाल में कार्रवाई को वहीं रोक देना चाहता है जिससे ये बात आगे ना बढ़े और दुनिया को एक और गाज़ा ना देखने को मिल जाए।
Iran-Israel conflict में इजरायल को अमरीका का समर्थन
जानकारों का कहना है कि अमेरिका किसी भी हालत में इस जंग को रोकना चाहता है। ईरान-इजरायल जंग (Iran-Israel conflict) में उसने पहले ही इजरायल का समर्थन किया हुआ है क्योंकि ईरान पर तो अमेरिका ने पहले ही प्रतिबंध लगा रखे हैं। उसकी तरफ से ईरान (Iran) को एक आतंक समर्थित देश पहले ही घोषित किया जा चुका है।
इजराइल पर ईरान के हमले का खतरा आखिर क्यों?
गौरतलब है कि बीती 1 अप्रैल को ईरान ने दमिश्क में अपने वाणिज्य दूतावास पर हुए हमले के लिए (Israel Attack on Iran Embassy) इज़राइल को दोषी ठहराया था। जिसमें इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के वरिष्ठ सदस्य मारे गए थे। इसके बाद ईरानी सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया देने की कसम खाई है। इसलिए ऐसा माना जा रहा है ईरान अब हिजबुल्लाह (Hezbollah) के आतंकियों के साथ मिलकर इजरायल में एक विनाशकारी हमला बोलने जा रहा है।
डेविड कैमरन ने एक्स (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया कि “आज मैंने विदेश मंत्री अमीर-अब्दुल्लाहियन को स्पष्ट कर दिया कि ईरान को मध्य पूर्व को व्यापक संघर्ष में नहीं घसीटना चाहिए। मैं गलत अनुमान के कारण आगे की हिंसा की संभावना के बारे में गहराई से चिंतित हूं। ईरान को इसके बजाय तनाव कम करने और आगे के हमलों को रोकने के लिए काम करना चाहिए।”
किसी भी हालत में इजरायल की सुरक्षा करेगा अमेरिका
इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने ईरान के खतरे के बीच इजरायल की सुरक्षा के लिए पुरजोर समर्थन की पुष्टि की है। बाइडेन ने बीते बुधवार को अमरीका दौरे पर आए जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा (Fumio Kishida) के साथ व्हाइट हाउस में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि “जैसा कि मैंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू को बताया, ईरान और उसके प्रतिनिधियों से इन खतरों के खिलाफ इजरायल की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है। मुझे इसे फिर से कहना चाहिए कि हम इजरायल की सुरक्षा की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करने जा रहे हैं।”