एयरपोर्ट बनाने के लिए चल रही थी खुदाई तो बाहर निकल आया 4000 साल पुराना ढांचा, वैज्ञानिक तक हैरान
ये ढांचा 4000 साल पुरानी क्रेते की मिनोअन सभ्यता को बताती है जो अपने शानदार महलों, शानदार कला और रहस्यमय लेखन के लिए जानी जाती है। इस ढांचे के सबले ऊफर एक विशाल कार के पहिये जैसा दिखने वाला एक भूलभुलैया जैसी आकृति है।
4000 year old structure came out after excavation build for airport in Greece
ग्रीस में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिस पर किसी को विश्वास नहीं हो रहा है। दरअसल यहां के कस्टेली शहर में क्रेटन पहाड़ी की चोटी पर एयरपोर्ट बनाने के लिए लंबे समय से खुदाई कराई जा रही थी। लेकिन खुदाई के दौरान मजदूरों को एक बहुत बड़ा गोल आकार का ढांचा मिल गया। जो 4000 साल पुराना था। ये ढांचा एक पत्थर की इमारत का है जो देखने में काफी डरावना लग रहा है। इस पत्थर की इमारत तो पुरातत्वविदों को भी हैरान कर रही है। अब पुरातत्वविदों ने ग्रीक पर्यटक द्वीप पर इस प्रमुख हवाई अड्डे की परियोजना को रोकने को कहा है।
ग्रीस के संस्कृति मंत्रालय ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ये ढांचा 4000 साल पुरानी क्रेते की मिनोअन सभ्यता को बताती है जो अपने शानदार महलों, शानदार कला और रहस्यमय लेखन के लिए जानी जाती है। इस ढांचे के सबले ऊफर एक विशाल कार के पहिये जैसा दिखने वाला एक भूलभुलैया जैसी आकृति है। जो 1,800 वर्ग मीटर (19,000 वर्ग फुट) का है। ये इमारत 1.7 मीटर (5.6 फीट) ऊंचे 8 पत्थर की दीवारों से घिरा है और इसकी आंतरिक संरचना भी काफी गहरी है। ये आपस में जुड़े स्थानों में बंटी हुई है। इसमें एक उथली शंक्वाकार छत हो है।
मंत्रालय ने कहा है कि इस ढांचे को देखकर एक बात तो साफ हो गई है कि ये कोई आवास तो नहीं था क्योंकि इसके अंदर बड़ी मात्रा में जानवरों की हड्डियाँ मिलीं हैं। इतना कहा जा सकता है कि जब ये इमारत ठीक-ठाक रही होगी तो इसका इस्तेमाल बड़े-बड़े अनुष्ठानों के लिए किया जाता होगा।
रडार स्टेशन के लिए दूसरा स्थान खोजा जाएगा
इस इमारत के सामने आने के बाद अब पुरातत्वविद् और संस्कृति मंत्री लीना मेंडोनी ने कहा है कि इस खोज को संरक्षित किया जाएगा जबकि रडार स्टेशन (एयरपोर्ट) के लिए एक दूसरी जगह अलग स्थान की तलाश की जाएगी।
क्या एयरपोर्ट परियोजना बंद होगी
मंत्रालय का कहना है कि वो सभी सांस्कृतिक विरासत के मूल्य और महत्व को समझते हैं। साथ ही नए हवाई अड्डे की परियोजना की विकास क्षमता को भी। पुरावशेषों को उनके मुताबिक संरक्षण दिया जाएगा साथ ही हवाई अड्डे को बनाने की भी योजना आगे बढ़ाई जाएगी।