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ईरान में हिजाब न पहनने पर 16 वर्षीय लड़की को पुलिस ने पीटा, ब्रेन डेड के बाद लोगों में आक्रोश

16 year old girl beaten by police: ईरान में महिलाओं के खिलाफ सरकार लगातार बर्बर व्यवहार कर रही है। इसके चलते वहां के नागरिक समाज में सरकार और पुलिस का गुस्सा पनप रहा है।

Oct 23, 2023 / 10:17 am

Prashant Tiwari

 16 year girl beaten by police in Iran for not wearing hijab brain dead

हिजाब न पहनने पर ईरान की मोरिलिटी पुलिस द्वारा जिस 16 साल की कुर्द किशोरी अरमिता गेरावंद की इस महीने की शुरुआत में बुरी तरह पिटाई की गई थी, वह अब ‘ब्रेन डेड’ बताई जा रही है। वह 4 अक्टूबर से कोमा में थी। आरोप है कि लड़की द्वारा हिजाब नहीं पहनने पर महिला पुलिसकर्मियों ने तेहरान की एक मेट्रो में उसकी पिटाई की, जिससे उसके सिर और गर्दन में गंभीर चोट आई। यह घटना कुर्दिश महिला महसा अमिनी की ईरान की मोरिलिटी पुलिस की हिरासत में मौत के लगभग एक साल बाद हुई है। इससे देश में एक बार फिर सरकार विरोधी प्रदर्शन भड़कने का अंदेशा बन गया है।


कुर्दिश संगठन का आरोप, नैतिक पुलिस ने पीटा

जिस लड़की की पिटाई के कारण कोमा में जाने की नौबत आई है, उसका नाम अर्मिता गारावंद बताया जा रहा है। कुर्दिश संगठन हेंगाव ने आरोप लगाया है कि ईरान के नैतिक पुलिस बल की महिलाकर्मियों ने अर्मिता की मेट्रो ट्रेन में हिजाब नहीं पहनने के चलते पिटाई की। अर्मिता ईरान की राजधानी तेहरान की निवासी है लेकिन मूल रूप से पश्चिमी ईरान के कुर्द बहुल इलाके केरमानशाह से उसका संबंध है।
पीड़िता का तेहरान के अस्पताल में इलाज चल रहा है। अभी उससे किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा है। सोशल मीडिया पर अर्मिता की कथित तस्वीरें वायरल हो रही है, जिनमें उसके सिर और गर्दन पर पट्टियां बंधी हैं और उसके मुंह में पाइप लगा है। वह कोमा में है।


दो महिला पत्रकारो को जेल

उधर, ईरान की एक अदालत ने अन्य आरोपों के अलावा अमरीका के साथ ‘सहयोग’ करने के लिए दो महिला पत्रकारों नीलोफर हामेदी और इलाहे मोहम्मदी को सात साल जेल की सजा सुनाई है। सितंबर 2022 में पुलिस हिरासत के दौरान कुर्द किशोरी महसा अमिनी की मौत की कवरेज के बाद दोनों एक साल से ज्यादा समय से जेल में हैं। अमिनी की मौत की खबर देने वाली नीलोफर को सात और अमिनी के अंतिम संस्कार के बारे में लिखने वाली इलाही को छह साल जेल की सजा दी गई है। उन पर अमरीकी सरकार के साथ सहयोग, राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ मिलीभगत और सिस्टम के खिलाफ प्रचार करने का आरोप लगाया।

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