Blood Donor Day: अब नहीं होगा ब्लड डोनेट का कोई साइड इफ़ेक्ट, जानिए ब्लड डोनेट से पहले क्या खाएं व पिएं
मेनोपॉज एक सामान्य प्रक्रिया है इसलिए घबराएं नहीं और संतुलित आहार के साथ-साथ नियमित व्यायाम करें। हो सकते हैं कई कारणमेनोपॉज के बाद पीरियड्स (Periods after menopause ) (चाहे बहुत कम मात्रा में हो) खतरे का संकेत हैं। इसके कई कारण होते हैं। ऐसा यूट्रस या सर्विक्स (यू्ट्रस का मुंह) के कैंसर के कारण भी हो सकता है। लगभग 10 प्रतिशत महिलाओं में यही मुख्य कारण होता है। इसके अलावा जननांग में सुखाव, हार्मोन्स (एचआरटी) की ओरल डोज, यूट्रस या सर्विक्स (यूट्रस का मुंह) की रसौलियां (पॉलिप्स), यूट्रस की परत मोटी होना (hyperplasia), अंडाशय की गांठ, खून के थक्के जमने में रुकावट, चोट लगना आदि कारण हो सकते हैं।
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टेस्ट कराएंमेनोपॉज के बाद पीरियड्स (periods after menopause) होने पर महिलाएं डॉक्टरी सलाह से जांच कराएं। इसके लिए पैप स्मीयर, Sonography, Endometrial biopsy, Hysteroscopy, डी एंड सी जैसे टेस्ट किए जाते हैं। इलाज
यदि जांच में पता चलता है कि रक्तस्राव कैंसर के कारण हो रहा है तो स्त्री कैंसर रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें। कैंसर की अवस्था व फैलाव के आधार पर सर्जरी, कीमोथैरेपी, रेडियोथैरेपी द्वारा पूर्ण इलाज संभव है। इसके बाद रोगी को नियमित अंतराल पर जांच जरूर करानी चाहिए।
डॉ. रानू पाटनी, वरिष्ठ स्त्री
कैंसर रोग विशेेषज्ञ, जयपुर।