ब्रिटेन ने कराया था निर्माण
बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन ने इस किले का निर्माण कराया था। ब्रिटेन ने बाद में इस किले को खाली कर दिया। जिसके बाद से सीलैंड पर अलग-अलग लोगों का कब्जा रहा है। बता दें कि इस देश को माइक्रो नेशन कहा जाता है। करीब 13 साल पहले 9 अक्टूबर 2012 को रॉय बेट्स नाम के एक शख्स ने अपने आपको सीलैंड का प्रिंस घोषित कर लिया था। हालांकि रॉय बेट्स की मौत के बाद इस पर उनके बेटे माइकल का राज है।
रफ फोर्ट के नाम से फेमस
किले पर बसे हुए सीलैंड का कुल क्षेत्रफल 250 मीटर (0.25 किलोमीटर) है। लेकिन जर्जर हालत में पहुंच गए इस किले को सीलैंड के अलावा रफ फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है। माइक्रो नेशन होने के कारण सीलैंड को अंतरराष्ट्रीय मान्यता नहीं मिली हे लेकिन इसके बाद भी यहां की अपनी मुद्रा और स्टाम्प टिकट है। सीलैंड का क्षेत्रफल बहुत कम है जिसकी वजह से इसके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है।
यह भी पढ़े – दुनिया के लिए आज भी रहस्य है नॉर्थ सेंटिनल द्वीप, यहां घुसने का मतलब सिर्फ मौत!
घूमने के लिए आते हैं लोग
बताया जाता है कि जब सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को इस देश के बारे में जानकारी मिली, तो लोग यहां रहने वाले लोगों की मदद के लिए आगे आए थे। उन्होंने खूब चंदा दिया। इससे यहां के लोगों को आर्थिक सहायता मिली। इसके बाद यहां के लोगों की अजीवका चलने लगी। अब यहां पर लोग घूमने के लिए जाते हैं जिसकी वजह से यहां लोगों की कमाई भी होने लगी है।
सीलैंड के पास खुद का हेलीपैड
इस माइक्रो नेशन के पास खुद का हेलीपैड भी है। गैरमान्यता प्राप्त देशों में सीलैंड भले ही सबसे छोटा देश माना जाता है, लेकिन वेटिकन सिटी दुनिया का सबसे छोटा देश है। यूरोपीय कंट्री वेटिकल सिटी, इटली की राजधानी रोम के बीचों बीच बसा है जिसका क्षेत्रफल 0.44 स्क्वायर किमी यानी आधा किलोमीटर से भी कम है। यहां पर पोप का राज है।
यह भी पढ़े – ये हैं दुनिया के सबसे महंगे टमाटर, कीमत इतनी कि खरीद लेंगे एक आलीशान बंगला!