scriptहमेशा हंसता मुस्कुराता रहता था ये शख्स, इसकी कहानी थी इतनी दुखद कि डबडबा जाएंगी आंखें! | The Sad Life Of Schlitzie the sideshow pinhead | Patrika News
अजब गजब

हमेशा हंसता मुस्कुराता रहता था ये शख्स, इसकी कहानी थी इतनी दुखद कि डबडबा जाएंगी आंखें!

श्लिट्ज़ी की जीवनी थी मार्मिक
जब तक ज़िंदा रहा तब तक किया लोगों का मनोरंजन
लेकिन कभी इस शख्स को नहीं मिला परिवार का सुख

Apr 08, 2019 / 10:55 am

Priya Singh

The Sad Life Of Schlitzie the sideshow pinhead

हमेशा हंसता मुस्कुराता रहता था ये शख्स, इसकी कहानी थी इतनी दुखद कि डबडबा जाएंगी आंखें!

नई दिल्ली। श्लिट्ज़ी नाम के इस शख्स का नाम जितना बोलने में कठिन है उससे भी ज्यादा कठिन इस इंसान की ज़िंदगी थी। श्लिट्ज़ी को एक ऐसी बीमारी थी जिसमें वह अपनी जवानी के उम्र में भी एक 3 साल के बच्चे की तरह ही सोच पाता था। वह केवल छोटे-छोटे वाक्यांशों में बात किया करता था। एक लड़की की पोशाक पहन वह पूरी ज़िंदगी लोगों के मनोरंजन के लिए नाटक करता रहा। श्लिट्ज़ी microcephaly नाम की एक बीमारी से ग्रसित था। इस बीमारी में मस्तिष्क , दिमाग और शरीर के अंग आड़े-टेढ़े हो जाते हैं।

sideshow pinhead

इस बीमारी में इंसान की सीखने की क्षमता, सुनने और बोलने की क्षमता नाम मात्र की हो जाती है। कुछ जानकारों का कहना है कि श्लिट्ज़ी का जन्म 1901 में हुआ था। श्लिट्ज़ी की इस हालत की वजह से उसे कोई पालना नहीं चाहता था। फिर एक सर्कस में उसे “द मंकी गर्ल” का किरदार निभाने का काम मिला। लोगों को उसके शोज तो पसंद आते थे, लेकिन कभी उसे किसी ने अपनाया नहीं। सर्कस के इस शो की सफलता के बाद उसे एक फिल्म में काम करने को भी मिला। श्लिट्ज़ी की इस फिल्म के बाद उसे बंदरों के एक ट्रेनर ने गोद ले लिया। सुरतीस नाम के इस ट्रेनर ने श्लिट्ज़ी को बहुत प्यार दिया, लेकिन एक दिन सुरतीस की मौत हो गई। सुरतीस की बेटी ने उसकी मौत के बाद श्लिट्ज़ी को एक मेंटल हॉस्पिटल भेज दिया।

The Sad Life Of Schlitzie

श्लिट्ज़ी वहां 3 साल रहा और धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ने लगी। श्लिट्ज़ी सर्कस की ज़िंदगी को याद कर उदास रहने लगा। उसकी बिगड़ती हालत को देख हॉस्पिटल ने उसे फिर से शोज करने की इजाज़त दे दी। कुछ दिनों सर्कस में काम करने के बाद श्लिट्ज़ी रिटायर हो गया, लेकिन वह हमेशा की अपनी ज़िंदगी में दुखी ही रहा। लोगों को हंसाने वाला श्लिट्ज़ी अब हताश हो चुका था। 70 की आयु में आखिरकार श्लिट्ज़ी इस दुनिया को अलविदा कह गया। जब उसे दफनाया गया तो उसकी कब्र पर उसका नाम तक नहीं लिखा गया था। 2007 में श्लिट्ज़ी के एक प्रसंशक ने उसकी कब्र पर उसका नाम लिखवाया जिसके बाद वह फिर से खबरों में आ गया।

Hindi News / Ajab Gajab / हमेशा हंसता मुस्कुराता रहता था ये शख्स, इसकी कहानी थी इतनी दुखद कि डबडबा जाएंगी आंखें!

ट्रेंडिंग वीडियो