ऐसे मुख्यमंत्री की कहानी जो 20 साल तक रहा उग्रवादी, अब खेलने जा रहा राजनीति की तीसरी पारी
खास बात यह है कि अगर इस शहर में किसी से भी सोमा चक्रवर्ती के बारे में पूंछा जाए तो वह एक ही जवाब देगा कि वो बहुत पुरुषार्थ वाली महिला है। वह अपने बच्चे को गोद में लेकर पूरे शहर में रिक्शा चलाने का काम करती है। यह काम थोड़ा भी आसान नहीं है लेकिन उसके बावजूद उसे यह काम सरल लगता है। ऐसे में वह अपने काम के दौरान अपने बच्चे का भी पूरा ध्यान रखती है। इसके लिए वह दूध और पानी की बोतल के साथ खाने का भी सामान साथ रखती है।
पांच बच्चों की मां है शोमा
बता दें कि शोमा 5 बच्चों की मां हैं। काम के दौरान वह अपने सबसे छोटे बच्चे को अपने साथ ही रखती है। जबकि उसके दोनों बड़े बच्चे दूसरों के घरों में रहते हैं और उनके घरों में रोजाना का काम करते हैं। इसके अलावा बीच के दोनों बच्चों को शोमा पास के एक अनाथालय में छोड़ आई है। शोमा का मानना है कि अगर आप अपने बच्चों को अच्छे से पालने में समर्थ नहीं हैं तो आपको बच्चों को अनाथालय में छोड़ देना चाहिए क्योंकि उनकी वहां पर अच्छी परवरिश हो सकती है।