दरअसल, गुरुवार को पन्ना जिले के जरुआपुर उथली खदान से मजदूर सुबल को एक साथ तीन हीरे मिले। इन हीरों का अलग-अलग वजन 4.45, 2.16, 0.93 कैरेट है, वहीं कुल वजन 7.59 कैरेट है। ये हीरे जेम क्वालिटी के हैं। सुबल को ये हीरे उस वक्त मिले, जब वो खदान की मिट्टी को पानी से साफ कर रहे थे। अमूमन एक कैरेट हीरे की कीमत 5 लाख रुपए होती है। इस आधार पर सुबल को मिले हीरे की कीमत 30 से 35 लाख रुपए के बीच आंकी गई है। इन हीरों को मजदूर ने अपने साथियों के साथ हीरा कार्यालय में पहुंचकर जमा करा दिया है।
पन्ना जिले की हीरा अधिकारी आर के पांडे के मुताबिक, गुरुवार को उथली हीरा खदान की खुदाई की दौरान एक श्रमिक को साढ़े सात वजन कैरेट के तीन हीरे मिले हैं। नियमानुसार इन हीरों की नीलामी की जाएगी और 12 प्रतिशत कर की राशि काट कर शेष 88 फीसद राशि श्रमिक को दे दी जाएगी। इन हीरों की नीलामी हीरा कार्यालय अगले ऑक्शन में कराएगी। बोली में इन हीरों के लिए, जो भी दाम मिलेंगे उस राशि पर 88 फीसदी का हक सुबल का होगा। इतने पैसों से सुबल का भाग्य जरूर बदल जाएगा और वो सुखी पूर्ण जीवन जीने में सक्षम हो सकेगा।