वज़न बढ़ने की वजह से जेल से होगी रिहाई
दिमित्री की रिहाई की वजह है उसका बढ़ा हुआ वज़न। दरअसल जब दिमित्री जेल गया था तब उसका वज़न करीब 118 किलोग्राम था। पर अब उसका वज़न 200 किलोग्राम तक हो गया है। जेल का खाना खाकर उसका वज़न इतना बढ़ गया है। ऐसे में दिमित्री को चलने के लिए व्हीलचेयर या बैसाखी का इस्तेमाल करना पड़ता है। ऐसे में उसका वज़न कम करना मुश्किल है। साथ ही जेल प्रशासन दिमित्री को पौष्टिक खाना भी उपलब्ध नह्नि करा सकता जिससे उसका वज़न कम हो। दिमित्री चेन-स्मोकर भी है। ऐसे में जेल में रहना दिमित्री के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं बताया जा रहा है और इसी लिए उसकी रिहाई का फैसला सुनाया गया है।
आगे की सज़ा करनी होगी पूरी
जेल से रिहाई होने का यह मतलब नहीं है कि दिमित्री की सज़ा खत्म कर दी गई है। दिमित्री को आगे की सज़ा इटली के मिलान (Milan) शहर के पास अपने माता-पिता के घर में नज़रबंद रहकर काटनी होगी। दिमित्री की रिहाई का फैसला सुनाने वाले कोर्ट ने बताया कि दिमित्री को उसके माता-पिता के घर पर पौष्टिक खाना मिल सकेगा और नज़रबंदी में उसकी सज़ा भी जारी रहेगी।
पीड़िता के परिवार ने बताया शर्मनाक फैसला
पीड़िता एरिका के परिवार ने कोर्ट के इस फैसले को शर्मनाक बताते हुए इसकी निंदा की। एरिका के परिवार ने कहा कि उनकी बेटी कभी भी वापस नहीं आ सकती और न ही उनका दर्द कम हो सकता है। उन्होंने दिमित्री की रिहाई के फैसले को अपने दिल पर वार बताया है।