उदयपुर के महल को अतिक्रमण से मुक्त कराने के बाद प्रशासन ने नीलकंठेश्वर महादेव के मंदिर तक के बेहद संकरे मार्ग को चौड़ा करने के प्रयास शुरू किए थे। इस तारतम्य में प्रशासन ने यहां के कब्जाधारियों से बात की और दोनों ओर 10-10 फीट जगह छोड़ देने तथा अपने अतिक्रमण खुद ही हटा लेने का आग्रह किया था। इसके लिए कुछ लोगों ने पहले ही लिखित में अपनी सहमति प्रशासन को दे दी और कुछ ने नायब तहसीलदार दौजीराम अहिरवार के साथ मंदिर परिसर में हुई बैठक में इसका निर्णय लिया। किसी भी मकान या निर्माण को प्रशासन को जबरिया तोडऩे की नौबत नहीं आई। इसी मार्ग पर रहने वाले मोहम्मद हामिद बताते हैं कि प्रशासन ने 10 फीट की जगह मांगी थी, लेकिन हमने 15 फीट तोड़ा है। इसमें से 2 फीट जगह नाली के लिए दी है, जबकि 10 फीट सडक़ के लिए दी है। हामिद कहते हैं कि उदयपुर का बेहतर विकास हो, इसके लिए सब लोग साथ हैं और सहयोग भी कर रहे हैं। लोग खुद ही अपने निर्माण तोड़ रहे हैं। इसके बाद यहां 30 फीट चौड़ी सडक़ हो जाएगी। वहीं तहसीलदार यशवर्धन सिंह ने बताया कि सडक़ चौड़ीकरण में सभी सहयोग कर रहे हैं, प्रशासन को कोई अतिक्रमण नहीं तोडऩा पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि हमारा प्रयास है कि महाशिवरात्रि के पहले यह निर्माण कार्य पूरा हो जाए और सबको सुविधा मिल सके। उधर नायब तहसीलदार दौजीराम अहिरवार ने बताया कि मंगलवार को ही नालियों का ले आउट डलवाने का प्रयास है, इसके बाद नाली निर्माण और फिर सडक़ निर्माण कराया जाएगा।