जाणता राजा यानी बुद्धिमान राजा जाणता राजा महानाट्य के मंचन में करीब एक लाख लोगों के उमड़ने की सम्भवना है। विश्व संवाद केंद्र के अमित प्रकाश ने बताया कि जाणता राजा एक मराठी नाम है जिसका मतलब होता है बुद्धिमान राजा जो सब जानता हो यानी जाणता राजा। इस नाटक में स्थानीय कलाकारों की भी भूमिका अहम होती है मुख्य पात्र और उनके बीच सामंजस्य अहम होता है। इस मंचन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। 21 नवंबर से 26 नवंबर तक बीएचयू के एम्फीथियेटर मैदान में इसका मंचन होगा।
हाथी, घोड़ा और ऊंट होंगे शामिल अमित प्रकाश ने बताया कि इस नाटक के मंचन में हाथी, घोड़ा, ऊंट और बैलगाड़ियों का इस्तेमाल होता है इसलिए इसे ओपन थियेटर में मंचित किया जाता है। इस रंगमंचीय प्रस्तुति की लिए काफी पैसों की आवश्यकता पड़ती है। उन्होंने बताया कि यह नाटक 21 से 26 नवंबर तक रोजाना शाम साढ़े 5 बजे रात साढ़े 8 बजे तक मंचित किया जाएगा।
लोगों बरसों तक नहीं भूल पाएंगे इसका मंचन आयोजन से जुड़े सेवा भारती के अध्यक्ष राहुल सिंह ने बताया कि छत्रपति शिवाजी महाराज एक जन्म से लेकर सिंहासन पर बैठने तक की खानी अपने आप में निराली है। बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे द्वारा लिखित इस महानाट्य का मंचन इतना अद्भुत है कि जो देखता है वह बरसों तक याद रखता है।