उन्होंने बताया कि पांच अगस्त को भगवान गणेश की एक लाख किसमिस से अर्चना की जायेगी। समारोह के दूसरे दिन विशेष श्रृंगार, तीसरे दिन पर्यावरण रक्षा का संदेश देने के लिए सात स्थानों पर सात तरह के पौधे सात माह लगाने के अभियान का शुभारंभ होगा। प्राकट्योत्सव के चौथे दिन संस्कृत छात्रों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा। पांचवे व छठे दिन सांस्कृतिक स्पधा होगी। सातवें दिन जनतृप्ति व अन्दान होगा। इसके बाद आठे दिन करपात्र दीपावली व रंगोली प्रतियोगिता का आयोजन करने के बाद नौवें दिन मुख्य समारोह में करपात्र रत्न व करपात्र गौरव सम्मान दिया जायेगा। प्राकट्योत्सव के अंतिम दिन धर्मसंघ से गौरी केदारेश्वर तक जलाभिषेक यात्रा निकाली जायेगी। धर्मसंघ के महामंत्री ने बताया कि इस आर विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए २० लोगों को करपात्र मणि सम्मान दिया जायेगा।
यह भी पढ़े:-आली के कथक ने घाट संध्या में रंगत बिखेर दी सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे आठ विद्वानों को सम्मानितसम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में आठ साल बाद हरिहरानंद सरस्वती (करपात्री स्वामी) पुरस्कार शुरू किया गया है। समारोह में मुख्य अतिथि सीएम योगी आदित्यनाथ होंगे। कमेठी ने पुरस्कृत होने वाले आठ विद्वानों के नाम का चयन किया है जिसमे बीएचयू के आचार्य रेवा प्रसाद द्विवेदी, आचार्य जगन्नाथ शास्त्री तैलंग, आचार्य राम शंकर त्रिपाठी, आचार्य गणपित शास्त्री ऐताल, आचार्य कृष्णमूर्ति घनपाठी, आचार्य राजनाथ त्रिपाठी व आचार्य नरेन्द्र नाथ पांडेय, आचार्य विश्वेश्वर शास्त्री द्रविड़ शामिल है।
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