बता दें कि पिछले दिनों एक वेबसाइट की रिपोर्टर रोहिणी सिंह ने जय शाह के खिलाफ रिपोर्ट छापी। जय शाह गुजरात में में कारोबार है। इस कंपनी पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। इसके बाद से पूरे देश में कोहराम मच गया। खास तौर पर इस रिपोर्ट को कांग्रेस ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मजबूत हथियार के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। अन्य विपक्षी दलों ने भी इस मुद्दे को लेकर बीजीपी पर हमला करना शुरू कर दिया। इस बीच बीजेपी की ओर से केंद्रीय रेल मंत्री पीय़ूष गोयल, यूपी के कैबिनेट मंत्री सिद्धनाथ सिंह सहित बीजेपी के कई दिग्गज नेता बचाव में आ गए। शुक्रवार (13 अक्टूबर) को खुद अमित शाह ने पहली बार इस मुद्दे पर मुंह खोला। उन्होंने बेटे के बचाव में तमाम बातें कहीं। लेकिन कांग्रेस इस मुद्दे पर लगातार हमलावर है। अमित शाह के बयान के बाद शुक्रवार को ही दिल्ली में कांग्रेस प्रवक्ता ने फिर से कई सवाल दागे।
लेकिन रोहिणी के खिलाफ सबसे ज्यादा हमला सोशल मीडिया पर होने लगा। अनाप शनाप बातें लिखी जाने लगीं। चरित्र हनन भी शुरू हो गया। इन सब से त्रस्त और देश के मौजूदा माहौल को देखते हुए रोहिणी काफी घबरा गईं। उन्हें जान माल का खतरा महसूस होने लगा। उन्हें कर्नाटक और बिहार में हाल ही में पत्रकारों की हत्या की घटना ने ज्यादा परेशान कर दिया। ऐसे में उन्होंने अपनी जिंदगी की सुरक्षा, करियर की सुरक्षा, प्रतिष्ठा के लिहाज से काशी के पुरोहितों से संपर्क किया। इसी दौरान उनके संपर्क में आए काल भैरव से जुड़े पंडित राजेश मिश्र उर्फ राजेश गुरु। रोहिणी ने राजेश से ऐसा कोई अनुष्ठान कराने को कहा जिससे उनका जीवन सुरक्षित रहे, साथ ही उनकी प्रतिष्ठा पर भी कोई आंच न आए।
राजेश गुरु ने पत्रिका से बातचीत में बताया कि रोहिणी के आग्रह को स्वीकार करते हुए तीन दिन पहले शत्रु शमन अनुष्ठान शुरू किया गया है। इसके साथ ही उनके ग्रह नक्षत्र की बुरी दशा को दूर करने के लिए भी खास पूजन अर्चन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह अनुष्ठान आठ दिन का है। इस अनुष्ठान के लिए पुरोहित ने केवल उनका नाम,जन्म काल, स्थान वगैरह की जानकारी मंगाई थी फिर उसके आधार पर यह अनुष्ठान शुरू किया गया। राजेश गुरु ने बताया कि इस अनुष्ठान के पूरा होने के बाद उनकी सारी समस्या से मुक्ति मिलेगी।