बीएचयू के वैज्ञानिकों ने किया रिसर्च बीएचयू के वैज्ञानिकों ने अपने रिसर्च (BHU Scientist Research) को आधार बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सुझाव दिया है कि कोरोना से ठीक हो चुके लोगों के लिए वैक्सीन की एक डोज ही जरूरी रखें। वैज्ञानिकों के मुताबिक देश में अब तक 2 करोड़ से अधिक लोग कोविड संक्रमण को मात दे चुके हैं। ऐसे में अगर इन्हें केवल एक डोज ही लगाई जाए तो वैक्सीन की कमी दूर होगी और ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण हो सकेगा।
BHU के वैज्ञानिकों का दावा बीएचयू के प्रोफेसर्स ने 20 लोगों पर एक पायलट स्टडी की है। नेचुरल एंटीबॉडी की भूमिका और इसके फायदों पर रिसर्च किया गया। रिसर्च में यह बात सामने आई कि कोरोना से ठीक हुए लोगों में तेजी से एंटीबॉडी बनी और इसमें सिर्फ 10 दिन का समय लगा। जबकि सामान्य लोगों में दोनों डोज के 21 से 28 दिन में एंटीबॉडी बनी।
BHU के रिसर्च की खास बातें – कोरोना से ठीक होने के बाद वैक्सीन की एक डोज ही काफी होगी – कोरोना से रिकवर हुए लोगों में 10 दिन में बन जाती है एंटीबॉडी
– कोरोना नहीं हुआ, तो दोनों डोज के 3-4 हफ्ते बाद एंटीबॉडी बनेगी – कोरोना से ठीक होने वालों में कुछ महीनों तक रहती है एंटीबॉडी