यह भी पढ़े:-पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ बाहुबली अतीक अहमद ने किया नामांकन दाखिल, चुनाव प्रचार को लेकर बड़ा ऐलान
राहुल गांधी व प्रियंका गांधी की कांग्रेस ने शालिनी को वाराणसी संसदीय सीट से मेयर का चुनाव लड़ाया था। शालिनी यादव एक लाख से अधिक वोट पाकर भी चुनाव हार गयी थी। लोकसभा चुनाव में शालिनी यादव ने कांग्रेस छोड़ कर सपा का दामन थामा था और अखिलेश यादव ने शालिनी यादव को बनारस से प्रत्याशी बना दिया था जिसको लेकर पार्टी के अंदर विरोध हो रहा था। शालिनी यादव ने सपा के सिंबल से ही नमांकन किया था लेकिन अब साफ हो गया है कि पर्चा वैध होने पर तेज बहादुर यादव ही सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगे। जबकि शालिनी यादव का पर्चा डमी प्रत्याशी के रुप में रहेगा।
यह भी पढ़े:-बनारस की बड़ी खबर, गठबंधन प्रत्याशी को लेकर सपा में मचा घमासान, पार्टी के एक गुट ने कराया तेज बहादुर यादव को नामांकन
सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय ने कहा कि बीजेपी जब अपने सिंबल पर दो प्रत्याशी को नामांकन करा सकती है तो सपा क्यों नहीं। बीजेपी से यह प्रश्र नहीं पूछा जाता है सिर्फ सपा के नामांक पर सवाल उठाये जा रहे हैं। मनोज राय ने कहा कि सपा शुरू से ही किसान, नौजवान व जवान की लड़ाई लड़ी है। तेज बहादुर यादव भी इन्ही मुद्दों को लेकर चुनाव लड़ रहे हैं ऐसे में सपा ने अपने सिंबल पर तेज बहादुर यादव को प्रत्याशी बनाया है। बताते चले कि पीएम नरेन्द्र मोदी के साथ बीजेपी ने निर्मला सिंह को बीजेपी के सिंबल से नामांकन दाखिल कराया है। निर्मला सिंह डमी प्रत्याशी है इसलिए सपा ने भी दो प्रत्याशी को अपने सिंबल पर नामांकन कराया है।
यह भी पढ़े:-एमबीए पास है पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नामांकन करने पहुंचे अर्थी बाबा, बेहद दिलचस्प है इनकी कहानी