बीजेपी के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी की संसदीय सीट प्रतिष्ठा का प्रश्न है। पीएम नरेन्द्र मोदी इस सीट से रिकॉर्ड मतों से चुनाव जितना चाहते हैं। इसके लिए बीजेपी ने मंत्रियों की पूरी फौज उतार दी है। बीजेपी के लिए मुस्लिम वोटर थोड़ी परेशानी का सबब बन सकते हैं। आम तौर पर मुस्लिम वोटरों की बड़ी संख्या वही पर वोट करती है, जो प्रत्याशी बीजेपी को हराने की क्षमता रखता हो। पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ महागठबंधन से शालिनी राय व कांग्रेस से अजय राय चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। मुस्लिम वोटर अभी तय नहीं कर पाया था कि महागठबंधन या कांग्रेस में किसके तरफ जाना है। 15 मई को बनारस में प्रियंका गांधी ने रोड शो करने अपनी ताकत दिखायी है। इस रोड शो में जिस तरह से मुस्लिम वोटरों ने उपस्थिति दर्ज करायी है उससे महागठबंधन की परेशानी बढ़ सकती है। रोड शो में शामिल मुस्लिम वोटरों की संख्या मतदान में बदल गयी तो महागठबंधन को झटका लगना तय है।
बीजेपी की भी बढ़ जायेगी परेशानी
बीजेपी कभी नहीं चाहती है कि उसके विरोध में कोई ऐसा प्रत्याशी खड़ा हो जो सारे विरोधी वोटों को हासिल करे ले। यदि ऐसा होता है तो बीजेपी के लिए हार व जीत का अंतर कम होने की संभावना रहती है। पीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ विरोधी मतों में जितना अधिक बिखरावा होगा। उतना ही बीजेपी को फायदा होगा। लेकिन प्रियंका गांधी के रोड शो के बाद कहानी बदल सकती है। 23 मई को चुनाव परिणाम बतायेगा कि किस नेता का रोड शो व रैली अपने प्रत्याशी के काम आया है।