संत शिरोमणि गुरु रविदास की 644वीं जयंती पर कोरोना महामारी के खौफ पर आस्था भारी दिख रही है। काशी के सीर गोवर्धनपुर गांव में आस्थावानों का रेला उमड़ा है। रविदास शक्ति अमर रहे, जो बोले सो निर्भय और सदगुरु महाराज की जय के जयकारे लगातार गूंज रहे हैं। शनिवार को सुबह रविदास जयंती के कार्यक्रमों की शुरुआत सुबह आठ बजे संत निरंजन दास ने निशान साहब का आरोहण करके किया और सत्संग मंच पर पहुंचे। दर्शन पूजन का क्रम शुरू हुआ और भ्क्तों का प्रसाद वितरण किया जाने लगा।
इस बीच सियासी हस्तियों की मंदिर में हाजिरी का क्रम शुरू हो गया। सबसे पहले पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने संत रविदास मंदिर पहुंचकर हाजिरी दी और वहां मत्था टेका। जानकारी के मुताबिक 11 बजे के आसपास कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविदास मंदिर पहुंचेंगी, उनके साथ कांग्रेस के कई नेता भी मौजूद होंगे। उनके अलावा करीब 12 बजे सपा मुखिया अखिलेश यादव भी पहली बार रविदास मंदिर में मत्था टेकेंगें। हालांकि चर्चा भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर के आने की भी रही, लेकिन मंदिर प्रबंधन ने इसकी पुष्टि नहीं की। मंदिर के प्रबंधक निर्मल दास ने बताया कि जयंती उत्सव में शामिल होने वाले विशिष्टजनों को सरोपा और अमृतवाणी की पुस्तक भेंटकर सम्मानित किया जाएगा।
रविदास जयंती पर इस बार दिग्गज राजनेताओं के जमावड़े को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था और ज्यादा कड़ी कर दी गई। स्थानीय पुलिस के साथ ही सीआरपीएफ के जवानों को भी कार्यक्रम स्थल पर तैनात किया गया है। एक दिन पहले ही सुरक्षा के कड़े इंजमाम कर अधिकारियों फ्लीट की डमी टेस्टिंग के साथ ही सुरक्षा व्यव्स्था का जायजा ले लिया था। हालांकि सीर गोवर्धनपुर में कोरोना के चलते इस बार बहुत सें भक्त रविदास मंदिर नहीं आ सके, बावजूद इसके पूरा इलाका आस्थावानों से भरा पड़ा है। मेले में खूब चहल -पहल है। कैंपों के बाहर भक्त कीर्तन, पंडवानी और लोगीतों के जरिये संत शिरोमणि का जिक्र करते हुए अपनी आस्था प्रकट करते देखे जा रहे हैं। रविदास मंदिर पर सेल्फी लेने वालों का तांता लगा रहा। संत रविदास के विग्रह पर नए वस्त्र चढ़ाने वालों की लंबी कतार रही। आस्थावानों ने बताया कि ये कपड़े पंजाब में उन लोगों के बीच प्रसाद के रूप में बांटे जाएंगे जो कोरोना के चलते इस बार यहां आने में असमर्थ रहे। रविदास मंदिर के द्वार और मंदिर के साथ सेल्फी लेने वालों की भी होड़ लगी रही।