ये भी पढ़ें- इस बार संक्रमण दर पहले से कई गुना ज्यादा, तीसरी लहर को लेकर पीएम मोदी ने कही ये बात गुरुवार को प्रधानमंत्री ने जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा से भी वार्ता कर वाराणसी में हालात सुधरने के पीछे की रणनीति पर चर्चा की थी। शुक्रवार को वार्ता कर उन्होंने वाराणसी के डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य फ्रंटलाइन स्वास्थ्यकर्मियों से कहा कि आप लोगों की तपस्या ने जिस तरह से वाराणसी को संभाला है, उसकी पूरे देश में तारीफ हो रही है। कोरोना के इस दौर में जन प्रतिनिधियों व अधिकारियों और सुरक्षा बलों ने भी लगातार काम किया है। ऑक्सीजन के लिए प्लांट लगाए है। पीएम मोदी ने कहा कोरोना की दूसरी लहर में कई मोर्चों पर एक साथ हमें लड़ना पड़ रहा है। संक्रमण दर भी इस बार पहले से कई गुना अधिक है। संक्रमित मरीजों को कई दिनों तक अस्पताल में ही रहना पड़ रहा है।
ये भी पढ़ें- Covid 19 surge डॉक्टरों से बात करते हुए भर आईं पीएम की आंखें काशी पूर्वांचल के स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र-प्रधानमंत्री ने कहा कि बनारस वैसे भी काशी के लिए ही नहीं बल्कि पूर्वांचल के स्वास्थ्य सेवाओं का केंद्र है। बिहार के लोग भी काशी पर निर्भर हैं। ऐसे में यहां के लिए कोरोना चुनौती बनकर आया है। यहां के हेल्थ सिस्टम पर सात सालों में जो काम हुआ उसने हमारा बहुत साथ दिया। फिर भी यह असाधारण हालात रहे। इस दबाव को संभालना संभव रहा। एक एक के लिए दिन रात काम किया। खुद की तकलीफ से ऊपर उठकर जी जान से काम करते रहे।
ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान देना होगा-
प्रधानमंत्री ने कहा कि बनारस में जिस रफ्तार से ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की संख्या को बढ़ाकर आपूर्ति की गई वह अपने आप में नजीर है। पंडित राजन मिश्र कोविड-19 अस्पताल को भी सक्रिय किया जाना देशभर के लिए एक उदाहरण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉक्टरों के तप से और जनता के सहयोग और प्रयास से महामारी का हमला काफी हद तक संभल गया है लेकिन हमें इतने में ही संतोष नहीं करना है। अभी लंबी लड़ाई बाकी है। काशी शहर के बाद अब हमें पूर्वांचल के ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान देना होगा।