छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे इन गांव के लोग 19 दिनों से सो नहीं पा रहे थे। जंगली हाथी गांव में आते थे और उत्पात मचाने के साथ लोगों की जान तक ले लेते थे। रविवार की रात को एक युवक को हाथियों ने कुचल कर मार दिया था। डीफओ और उनकी टीम के साथ पुलिसकर्मी भी लोगों की मदद करने में सक्रिय थे लेकिन हाथियों को गांव में प्रवेश करने से रोकना बहुत कठिन था। गांव वालों ने नयी तरकीब निकाली और डीजे पर शेर की दहाड़ वाली सीडी बजायी गयी। डीजे से जब शेर की दहाड़ निकाली तो हाथी भी गांव के बाहर ही रुक गये। आधी रात तक हाथी गांव में नहीं आये। इसके बाद गांव वालों ने डीजे बंद कर दिया। वन विभाग ने भी हाथियों की निगरानी के लिए दो टीमों का गठन किया है। दोनों टीमों की ड्यूटी 12-12 घंटों के लिए लगायी गयी है।
यह भी पढ़े:-जिसने किया सबसे अधिक खुलासा, उसी का हो गया तबादला पहले ही बजाया गया होता डीजे तो बच सकती थी जानगांव वालों का मानना है कि डीजे पर शेर की दहाड़ बहुत कारगर साबित हुई है यदि पहले ही इस तरकीब का प्रयोग किया गया होता तो युवक की जान बचायी जा सकती थी। जंगली हाथियों से लोगों की जान के साथ सम्पत्ति का भी खतरा रहता है। आम तौर पर जंगली हाथी रात में ही गांव में प्रवेश करते थे उनके सामने जो पड़ जाता था उसे नहीं छोड़ते थे। गांव वाले अब डीजे के सहारे ही हाथियों को गांव से दूर रखने की मुहिम में जुटे हुए हैं।
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