पाठ्यक्रम तैयार करने में जुटे वरिष्ठ प्राध्यापक विश्वविद्यालय के ऑनलाइन प्रशिक्षण केंद्र में संस्कृत संभाषण के सामान्य पाठ्यक्रम के अलावा तीन माह, छह माह और साल भर के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम और डिप्लोमा कोर्स संचालित किया जाना है। विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसरों, संकाय अध्यक्षों व विभागाध्यक्षों को इन कोर्सेज के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार करने में जुट गए हैं।
केंद्र से संचालित होंगे ये पाठ्यक्रम इस केंद्र में रोजाना 20 ऑनलाइन क्लासेज संचालित होंगी। इसमें संस्कृत संभाषण, सभी शास्त्र, योग, वास्तु शास्त्र, ज्योतिष, कर्मकांड, तीर्थ पुरोहित व अर्चक की पढाई होगी। सर्टिफिकेट और डिप्लोमा कोर्स की खातिर पहले वर्ष दो हजार विद्यार्थी, दूसरे व तीसरे सत्र में तीन हजार विद्यार्थी और चौथे सत्र से प्रति वर्ष 10 हजार विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
अब नए स्टॉफ की नियुक्ति की तैयारी कुलपति प्रो हरेराम त्रिपाठी का कहना है कि इन पाठ्यक्रमों के लिए नए स्टॉफ की नियुक्ति की जानी है। इसके लिए केंद्र के मुख्य समन्वयक प्रो हरिशंकर पांडेय व अन्य वरिष्ठ प्राध्पकों व एकेडमिक स्टॉफ संग बैठक कर नई नियुक्ति के बाबत तैयारी चल रही है। साथ ही प्रयोगशाला के संचालन के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर, दो सहायक ऑपरेटर और अल्पकालिक शिक्षकों की भर्ती होगी।