वाराणसी. नगर निकाय चुनाव की घोषणा होने के साथ ही सभी पार्टियों में हलचल तेज हो गई है। प्रत्याशियों के नाम की घोषणा के साथ नामाकंन का दौर जारी है। बता दें कि, इस बार कांग्रेस की मेयर प्रत्याशी है शालिनी यादव। कांग्रेस को शालिनी से उम्मीदे हैं। शालिनी का कांग्रेस से पुराना नाता है। दरअसल, शालिनी पूर्व राज्यसभा के उपसभापति और कट्टर कांग्रेसी कहे जाने वाले स्वर्गीय श्याम लाल यादव की छोटी बहू हैं। बता दें कि, शालिनी का इसके पहले राजनीति से कोई नाता नहीं रहा है पर पति अरूण की पार्टी में अच्छी पहुंच है।
IMAGE CREDIT: net पढ़ी लिखे होने का मिला फायदा गाजीपुर जिले से ताल्लुक रखने वाली शालिनी ने अंग्रेजी से बीए किया है। साथ ही फैशन डिजाइनिंग का कोर्स किया है। बता दें कि, शालिनी खुली विचारों वाली महिला हैं। वहीं सूत्रों का कहना है कि, कांग्रेस ने उनके परिवार से अच्छे रिश्ते होने का कारण ही इनको अपना प्रत्याशी बनाया हैं, साथ ही अच्छी पढ़ें-लिखे होने का भी फायदा मिला।
खास बातचीत में कहीं ये बातें कांग्रेस से वाराणसी का मेयर प्रत्याशी घोषित होने के बाद शालिनी यादव ने पत्रिका से बातचीत में कहा कि, बनारस के लोगों को क्योटो नहीं चाहिए। बल्कि बनारसवासियों की बेसिक नीड्स पूरी करने की जरूरत है।
और वह जरूरत है- पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे मुद्दे। जिन पर पिछले 22 सालों से कोई काम नहीं किया गया। मेरी फर्स्ट प्राथममकता इन जरूरतों को पूरा करना होगा। IMAGE CREDIT: net साथ ही कहा कि, यह प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र है, लेकिन यहां न चलने के लिए सड़कें चलने लायक नहीं है। यहां पार्किंग की कोई व्यवस्था भी नहीं है। पीएम ने स्वच्छता अभियान चलाया मगर उसका कोई फायदा नहीं हुआ और गंदगी के मामले में यह शहर नबंर एक पर ही है।
IMAGE CREDIT: net उन्होंने कहा, नगर निगम के तमाम स्कूल हैं, अस्पतला हैं, क्या बीजेपी ने अपने स्कूलों और अस्पतालों पर इन 22 सालों में ध्यान दिया। हर आदमी के लिए स्वास्थ्य व शिक्षा से ज्यादा और क्या जरूरी है। यह सभी मुद्दों पर काम करने की जरूरत है। बता दें कि, शालिनी यादव सात नवबंर को नामाकंन करने वाली हैं।