किन्रर जीते भी समाज के लिए, मरते भी समाज के लिए महामंडलेश्वर हिमांगी सखी को यह धमकी उस वक्त मिली जब झांसी में ज्ञानवापी और मथुरा स्थित ईदगाह के बारे में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई। इस दौरान उन्होंने कहा कि जितनी पुरानी मस्जिदें हैं, उनका आर्कियोलॉजिकल सर्वे कराया जाए। इसके साथ ही वाराणसी जाकर जलाभिषेक करने का ऐलान किया था। इसके बाद से उन्हें सोशल मीडिया पर काटने और जान से मारने की धमकी मिलने लगी है। इन धमकियों को लेकर उन्होंने कहा कि किन्नर जीते भी समाज के लिए हैं और मरते भी समाज के लिए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के कमेंट करने वालों और धमकी देने वालों का मजहब बदनाम होता है।
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मस्जिदों से निकलकर हिंसा करने वालों को लेकर Yogi की बड़ी बैठक, सभी जिलों में नए आदेश जारी… धमकियों के बावजूद जाएंगी ज्ञानवापी किन्नर महामंडलेश्वर व प्रथम किन्नर भगवताचार्य हिमांगी सखी ने कहा कि वे धमकियां मिलने के बावजूद ज्ञानवापी जाएंगी। वह धमकियों से डरने वाली नहीं हैं। ज्ञानवापी जाएंगी और वहां अर्द्धनारीश्वर पर गंगाजल चढ़ाएंगी। वहीं श्रीकृष्ण जन्मभूमि मामले में उन्होंने कहा कि वहां पर कहीं न कहीं संस्कृति को छिपाया गया है। श्रीकृष्ण की जन्मस्थली पर मंदिरों का विध्वंश किया गया तथा मस्जिद बना दी गईं। एक प्रकार से भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली को विध्वंश किया गया। उसे मिलजुलकर पुनर्स्थापित किया जाएगा। उनका कहना था कि यदि इसके लिए भी उन्हें मारने की धमकी दी जाती है तो वे इससे डरनेवाली नहीं हैं।