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वाराणसी

काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर विवादः चौथे दिन के सर्वे की कार्यवाही पूरी, कमरे में मलबे का ढेर व दीवारों पर प्रतीक चिन्ह मिलने की चर्चा

काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर विवाद के तहत सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर के आदेश के तहत रविवार को चौथे दिन सर्वे टीम ने चप्पे-चप्पे का सर्वे किया। सर्वे के दौरान एक कमरे मे मलबे का ढेर मिला जिसे हटाकर सर्वे कराने की बात वादी पक्ष की ओर से की जा रही है। वहीं दीवारों पर कुछ प्रतीक चिन्ह मिलने की भी चर्चा रही। सर्वे की कार्यवाही सोमवार को भी जारी रहेगी।

वाराणसीMay 15, 2022 / 01:57 pm

Ajay Chaturvedi

काशी विश्वनाथ मंदिर-ज्ञानवापी परिसर कड़ी सुरक्षा में सर्वे की कार्यवाही

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वाराणसी. काशी विश्वनाथ मंदिर- ज्ञानवापी परिसर स्थित मस्जिद के सर्वे की कार्यवाही रविवार को चौथे दिन पूरी हो गई। तीसरे दिन की कार्यवाही के दौरान सर्वे टीम ने अपना काम करीब 11.40 बजे ही काम पूरा कर लिया था। फिर वहीं रुक कर रविवार की सर्वे की कार्यवाही का ड्राफ्ट तैयार किया गया और सभी पक्षकारों के हस्ताक्षर कराए गए। चर्चा रही कि कार्यवाही के दौरान सर्वे टीम को मस्जिद के अंदर मलबे का ढेर मिला जिस पर सफेदी की गई थी। इस पर वादी पक्ष ने मलबा हटा कर सर्वे करने की मांग की। वहीं मस्जिद के पश्चिमी छोर पर खंडहरनुमा अवशेष भी दिखा बताया जा रहा है। वादी पक्ष इसका भी सर्वे कराने की मांग कर रहा है।
कड़ी सुरक्षा में यहां हुई सर्वे कार्यवाही

चौथे दिन छत, चार कमरों, बाहर की दीवारों, बरामदे, तालाब के आसपास की वीडियोग्राफी-सर्वे हुआ। इस बीच मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस फोर्स अलर्ट रही। गलियों में मार्च कर शांति की अपील की गई। पुलिस कमिश्नर ए.सतीश गणेश ने कहा कि आज सुरक्षा थोड़ी और बढ़ा दी गई थी।
तहखाने के एक हिस्से में मलबे का ढेर

सूत्रों की मानें तो चौथे दिन की सर्वे कार्यवाही के दौरान तहखाने के एक हिस्से को रविवार को खोला गया तो उसमें मिट्टी भरी मिली। ऐसे में अब ये मांग उठने लगी है कि अदालत से दरख्वास्त की जाएगी कि तहखाने की मिट्टी हटाकर सर्वे कराई जाए। उधर गुंबद की वीडियोग्राफी के लिए ड्रोन कैमरे का भी इस्तेमाल किया गया।
हल्का-फुल्का विवाद भी हुआ, लेकिन जल्द ही सब सामान्य हो गया

मिली जानकारी के मुताबिक सर्वे दौरान मस्जिद में वजूखाने के समीप के तालाब पर दोनों पक्षों में हल्का-फुल्का विवाद भी हुआ। चर्चा रही कि वादी पक्ष ने तालाब का पानी निकालने की मांग की है तो अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने पानी निकालने का विरोध किया।
दीवार पर दिखे कुछ प्रतीक चिन्ह

वादी पक्ष का दावा है कि गुंबद की तरफ सर्वे के दौरान एक दीवार पर हिंदू परंपरा की कुछ आकृतियां नजर आईं। इस पर भी सफेदी की गई थी। सर्वे की टीम ने इसकी भी वीडियोग्राफी की।
18 अगस्त को दायर की गई थी याचिका

ज्ञानवापी परिसर स्थित शृंगार गौरी के नियमित दर्शन पूजन और परिसर में स्थित अन्य विग्रहों को सरंक्षित करने के लिए याचिकाकर्ता राखी सिंह, मंजू व्यास, सीता साहू, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी ने 18 अगस्त 2021 को वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन के यहां याचिका दाखिल की थी। इस मामले में 26 अप्रैल को कोर्ट ने परिसर के सर्वे का आदेश जारी कर दिया था। सुनवाई के दौरान न्यायालय ने अजय कुमार को इसके लिए वकील कमिश्नर नियुक्त किया।
सर्वे पूरा होने के बाद तैयार होगी रिपोर्ट

अदालत ने कमीशन की कार्यवाही की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए 17 मई की तिथि निर्धारित की है। बताया जा रहा है कि अगर कमीशन की कार्यवाही नियत अवधि में पूरी हो जाती है तो 17 मई को विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह, अधिवक्ता आयुक्त अजय कुमार मिश्र और सहायक अधिवक्ता आयुक्त अजय प्रताप सिंह अपनी संयुक्त रिपोर्ट न्यायालय को सौंप देंगे। लेकिन टीम को लगता है कि कमीशन के लिए और समय की जरूरत है तो वो न्यायालय से अगली तिथि पर रिपोर्ट पेश करने की अनुमति मांग सकते हैं।
6 मई को शुरू हुई सर्वे की कार्यवाही

अदालत के आदेश पर 6 मई को कोर्ट कमिश्नर अजय कुमार मिश्र की अगुवाई में टीम ने सर्वे शुरू किया पर सात मई को अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने सर्वे टीम का विरोध किया। उन्होंने न्यायालय में कोर्ट कमिश्नर को बदलने की मांग की। लेकिन न्यायालय ने प्रति आपत्ति को खारिज करते हुए 12 मई को कोर्ट कमीश्नर अजय कुमार के सहयोग के लिए विशेष अधिवक्ता आयुक्त विशाल सिंह और सहायक अधिवक्ता आयुक्त अजय प्रताप सिंह को नियुक्त किया था। न्यायालय ने आदेश दिया है कि ताला खोलकर या तोड़कर कमीशन की कार्यवाही निर्बाध पूरी कराई जाए। इसमें बाधा डालने वालों पर एफआईआर दर्ज कर सख्त विधिक कार्यवाही का भी आदेश दिया गया है।
गोपनीय है सर्वे की रिपोर्ट

इससे पूर्व सर्वे के चौथे दिन के सर्वे की कार्यवाही नियत समय पर आरंभ हुई। लगभग साढ़े सात बजे विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर चार पर सर्वे टीम पहुंची। यहां एडवोकेट कमिश्नर विशाल सिंह ने बताया कि सर्वे की रिपोर्ट गोपनीय है, इसे साझा नहीं किया जा सकता। बताया कि कोर्ट ने 17 तारीख से पहले सर्वे की कार्रवाई पूरी करने का आदेश दिया है। बता दें कि इससे पहले 6 मई को सर्वेकी कार्यवाही शुरू हुई थी। लेकिन मस्जिद का ताला खोलने को लेकर हुए विवाद के चलते कार्यवाही सात मई को रोक दी गई थी। 12 मई को अदालत ने फिर से सर्वे का आदेश दिया। सर्वे की रिपोर्ट 17 मई को अदालत में पेश की जाएगी।
काशी विश्वनाथ धाम के परिसर में बज रहा भक्ति धुन

वाराणसी के डीसीपी आरएस गौतम ने बताया कि काशी विश्वनाथ दर्शन करने वालों के लिए एक गेट (गेट नंबर-4 छत्ताद्वार) छोड़कर सभी गेट खोले गए हैं। जिस द्वार से सर्वे टीम आ-जा रही है उसे ही सर्वे के दौरान भक्तों के लिए बंद रखा गया है। उधर जहां परिसर में एक तरफ सर्वे की कार्यवाही चल रही है वहीं दूसरी ओर काशी विश्वनाथ धाम में पीएसी बैंड भक्ति के धुन बजा रहा है।
सिक्योरिटी लेयर बढ़ाकर 12 की गई

सर्वे के पहले दिन परिसर के बाहर 10 लेयर की सिक्योरिटी थी, जिसे आज 12 लेयर का कर दिया गया है। इन बातों का विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि दर्शन-पूजन करने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा न हो।

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