काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परिसर में जर्जर भवन के गिरने से दो मजदूरों की मौत, पीएम मोदी ने जताया शोक
Kashi Vishwanath Corridor House Collapsed Two Killed. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) में मंगलवार भोर बड़ा हादसा हो गया। ललिता घाट के पास गोयनका छात्रावास परिसर का जर्जर हिस्सा गिरने से मलबे में दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई।
वाराणसी. Kashi Vishwanath Corridor House Collapsed Two Killed. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Kashi Vishwanath Corridor) में मंगलवार भोर बड़ा हादसा हो गया। ललिता घाट के पास गोयनका छात्रावास परिसर का जर्जर हिस्सा गिरने से मलबे में दबकर दो मजदूरों की मौत हो गई। जबकि सात मजदूर बुरी तरह घायल हो गए। एनडीआरएफ टीम की मदद से हादसे में घायल सभी को कबीरचौरा स्थित मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। इनमें छह को दवा उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बाद में एक मजदूर को भी दवा उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया। उधर, हादसे से जान गंवाने वाले मजदूरों के परिवार के लिए मंदिर प्रशासन ने पांच-पांच लाख रुपये आर्थिक मदद का ऐलान किया है।
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के लिए बड़े इलाके में अधिग्रहण किया गया है। कॉरिडोर निर्माण में लगे कंपनी के कर्मचारी यहां रहते हैं। वह रोजाना गोयनका भवन जो कि लाइब्रेरी है, उसी में सोते थे लेकिन सोमवार को गर्मी अधिक होने की वजह से वह छात्रावास में सोने चले गए और यह हादसा हो गया। मंगलवार तड़के अचानक जर्जर हिस्स भरभराकर सोते हुए श्रमिकों पर गिर गया। दशाश्वमेघ थाना क्षेत्र में विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए हो रही खुदाई की वजह से मकान की नींव कमजोर हो गई थी, जिस वजह से यह हादसा हुआ। इससे विश्वनाथ कॉरिडोर में काम करने वाले सात कर्मचारी घायल हो गए।
दो की मौत, सात घायल हादसे में पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के कालिया चक निवासी अब्दुल मोमिन (25) और अमीनुल मोमिन (45) की मौत हो गई। यह दोनों पश्चिम बंगाल से हैं। वहीं, इमरान, आरिफ मोमिन, शाहिद अख्तर, सकीउल मोमिन, हाकिम खान और आरिफ मोमिन नामक मजदूर घायल हो गए। इन सभी को अस्पताल में भर्ती किया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया।
प्रधानमंत्री ने लिया हालचाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंडलायुक्त से हादसे की जानकारी ली। उन्होंने हादसे में घायल मजदूरों का हालचाल जाना और मृतकों के बारे में पूछताछ की। उन्होंने मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की और सभी घायल मजदूरों को मेडिकल सहायता उपलब्ध कराने व मृतकों के परिवार को पूरी सहायता करने के निर्देश दिए गये हैं। उनके द्वारा यह भी कहा गया कि उनके कार्यालय से इस बारे में कोई भी मदद की आवश्यकता हो तो उसे भी उपलब्ध कराई जाएगी।