जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि कांवड़ मार्गों का निरीक्षण किया गया है। जिन मार्गों पर साफ- सफाई की जरूरत है। सड़कों में गड्ढे हैं, उनसे संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया है। साथ ही काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन के साथ भी इस संबंध में बैठक हो गई है। जिन रास्तों से कांवड़ियां गुजरेंगे, वहां मीट की दुकानें बंद रहेंगी।
कांवड़ यात्रा के रूट पर बनाई जा रही हैं चौकियां
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि कांवड़ियों को यात्रा के दौरान कोई समस्या न हो इसका भी खास ख्याल रखा जा रहा है। प्रयागराज, जौनपुर, आजमगढ़ रूट पर पुलिस की तीन- तीन चौकियां बनाई जा रही हैं। उन मार्गों पर श्रद्धालुओं के लिए पानी, शौचालय और मेडिकल जैसी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। महिला पुलिसकर्मियों को किया गया है तैनात
यातायात को नियंत्रण में रखने के लिए रूट डायवर्जन भी किया जा रहा है, ताकि कांवड़ियों और स्थानीय लोगों को आवाजाही में समस्या नहीं हो सके। काशी विश्वनाथ मंदिर पर भी सुरक्षा के लिहाज से बैरिकेडिंग की जा रही है। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
उन्होंने बताया कि सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही को रोकने के लिए यात्रा के दौरान 10 आईपीएस, 15 एडीशनल एसपी, 15 डिप्टी एसपी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा पीएसी की तीन कंपनी और एटीएस की टीम भी तैनात रहेगी।
स्ट्रैटिजिक प्वाइंट के लिए एक विशेष क्यूआरटी टीम भी हथियारों के साथ मौजूद होगी। इस दौरान 2,000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती रहेगी। सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे के माध्यम से चप्पे-चप्पे पर की निगरानी की जाएगी।